पीएम नरेंद्र मोदी ने साल 2019 के पहले दिन समाचार एजेंसी एएनआई को दिए अपने पहले इंटरव्यू में कहा कि इस साल होने वाला लोकसभा चुनाव जनता बनाम महागठबंधन होगा. क्योंकि मोदी जनता का प्रतिनिधि है, जनता के प्यार और उसके भरोसे का नाम है. भाजपा विरोधी राजनीतिक दलों के बीच बनने वाले गठबंधन की चुनाव के दौरान जनता से ही टक्कर होगी. पीएम मोदी ने अपने इंटरव्यू में नोटबंदी से लेकर राम मंदिर, सर्जिकल स्ट्राइक, नेहरू-गांधी परिवार जैसे कई मुद्दों पर बेबाकी के साथ अपनी बातें रखीं.
एएनआई को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने राम मंदिर निर्माण पर भी बातचीत की. उन्होंने कहा कि राम मंदिर पर अध्यादेश तभी आ सकता है जब राम मंदिर से जुड़ी कानूनी प्रक्रिया पूरी होगी. पीएम ने साक्षात्कार के दौरान हाल में रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफे पर भी अपनी बातें रखीं. उन्होंने कहा, ‘उर्जित पटेल ने खुद ही इस्तीफा देने की पेशकश की थी. मैंने पहले इसका विरोध किया था, लेकिन वह पिछले 6-7 महीनों में कई बार इसके बारे में बोल चुके थे. उन्होंने लिखित तौर पर अपना इस्तीफा दिया है, इसको लेकर उन पर कोई राजनीतिक दबाव नहीं था. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में उर्जित पटेल ने बेहतरीन काम किया है.’
वर्ष 2016 में केंद्र सरकार द्वारा नोटबंदी के फैसले पर पीएम मोदी ने इसे ‘झटका’ करार दिए जाने से इनकार किया. उन्होंने कहा, ‘नोटबंदी कोई झटका नहीं था. हमने एक साल पहले ही ऐसे लोगों को चेतावनी दे दी थी कि जिनके पास काला धन है, उन पर सरकार की नजर है. ऐसे लोगों से कह दिया गया था कि वे काला धन सरकार के खाते में जमा कर दें या फिर जुर्माना देने को तैयार रहें.’ नेहरू-गांधी परिवार को लेकर भी पीएम मोदी ने इंटरव्यू के दौरान अपना रुख सामने रखा. उन्होंने कहा, ‘यह एक तथ्य है कि देश में एक परिवार की चार पीढ़ी ने शासन किया, मगर आज उसके कई सदस्य जमानत पर चल रहे हैं. उनके ऊपर आर्थिक अनियमितता के आरोप हैं. यह बड़ी बात है. कुछ लोगों के समूह ने अपने स्वार्थ सिद्ध किए और देश को बरगलाया.’