संजलि हत्याकांड का पुलिस ने किया बेहद चौंकाने वाला खुलासा, भाई ने छह महीने तक बनाया मर्डर प्लान

यूपी के आगरा में 18 दिसंबर को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाई गई छात्रा संजलि हत्याकांड का पुलिस बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस की मानें तो संजलि का तयेरे भाई योगेश एक साइको किलर था। योगेश पिछले 6 महीने से संजलि का मारने के लिए हर रोज नए प्लान बनाता था। इसके लिए उसने अपने मामा का लड़का विजय और विजय की बहन का देवर आकाश शामिल किया था।

6 महीनों तक देखा था क्राइम पेट्रोल

एसएसपी ने इस घटना का खुलासा करते हुए बताया कि जांच पड़ताल में पता चला की योगेश क्राइम पेट्रोल सीरियल देखकर रोज नए-नए प्लान बनाता था। पुलिस ने बताया कि क्राइम सीन देखने में ऐसा लगा कि घटना सीरियल की तरह घटित हुई है। एसएसपी ने बताया कि योगेश क्राइम शोज देखने का शौकीन था। योगेश ने हत्या का ताना बाना छह माह पूर्व ही बन लिया था। इसी कारण वो लगातार हर पहलू पर विचार कर रहा था। हत्या में बाहरी व्यक्ति की मदद लेने से नुकसान हो सकता था। इसलिए उसने अपने ममेरे भाई जगदीश पूरा निवासी विजय और बहन के देवर शास्त्रीपुरम निवासी आकाश को साथ लिया था। योगेश ने दोनों को पंद्रह पन्द्रह हजार रुपये देने का वायदा कर अपने साथ लिया था।

कुछ समय पहले मोबाइल कर दिया था बंद

योगेश ने घटना को अंजाम देने से कुछ दिन पहले अपना मोबाइल फोन से बात करना बंद कर दिया था। साथ ही संजलि की पहचान के लिए अपने साथियों को योगेश ने डेढ़ माह पहले संजली को रोक कर उसकी फोटो खींची थी जो पुलिस को मोबाइल में मिली है। घटना को अंजाम देने के बाद योगेश ने नई सिम वहीं तोड़ कर फेंक दी थी और फिर मोबाइल साथियों को नष्ट करने के दे दिया था। योगेश ने साथियों को पैसे भी नहीं दिए थे और किरावली मिलने की कह कर वहां नहीं पहुंचा था।

घटना के बाद जला दिए थे कपड़े

योगेश ने वारदात के समय अपने मुंह पर रुमाल और फिर हेलमेट लगाया था ताकि किसी कीमत पर उसकी पहचान उजागर नहीं हो सके। घटना के दौरान तीनों ने मुंह से एक शब्द भी नहीं बोला। ताकि किसी की आवाज का सबूत भी नहीं मिल सके। पुलिस ने बताया कि योगेश खेरागढ़ के एक दोस्त से बाइक मांग कर लाया था और इस बाइक का इस्तेमाल वारदात में किया था। बाइक में तीन सौ का पेट्रोल डलवाया था और उसी बाइक से निकल कर वारदात की घटना को अंजाम दिया। वारदात के तुरंत बाद तीनों सुनसान इलाके में गए और कपड़े और पेट्रोल डालकर आग लगा दी। नए कपड़े पहन कर घर पहुंच गए।

भेद खुलने के डर से खाया जहक

पुलिस को उसकी हरकतों पर जब शक हुआ तो पुलिस ने उसका मोबाइल चेक किया। मोबाइल से काफी कुछ डिलीट मिली। योगेश को लगा कि अब उसका भेद खुल जायेगा। तो योगेश ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। योगेश के जहर खाने पर पुलिस शक यकिन में बदल गया। भेद खुलने के बाद बदनामी के डर से योगेश ने जहर खा कर आत्महत्या कर ली।