श्रद्धालुओं ने स्त्रियों के इस कदम का किया विरोध

पंबा में रविवार प्रातः काल उस समय तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई जब 50 साल से कम आयु की  श्रद्धालुओं ने स्त्रियों के इस कदम का विरोध किया

महिलाओं के समूह ने मंदिर परिसर से लगभग पांच किलोमीटर दूर पारंपरिक वन पथ के माध्यम से अयप्पा मंदिर पहुंचने की प्रयास की, लेकिन श्रद्धालुओं के विरोध की वजह से वे आगे नहीं बढ़ सकीं

निषेधात्मक आदेश की अवहेलना करते हुए सैकड़ों श्रद्धालु यहां एकत्रित हुए  उन्होंने ईश्वर अयप्पा के भजन जोर-जोर से गाने प्रारम्भ कर दिए चेन्नई के ‘मानिथि’ संगठन की ये महिलाएं लगातार विरोध के बाद प्रातः काल पांच बजकर 20 मिनट से सड़क पर बैठीं हैं पुलिस ने उनके आसपास घेरेबंदी कर दी है

इस समूह की संयोजक सेल्वी से पुलिस की वार्ता भी विफल रही क्योंकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वे दर्शन किए बिना नहीं लौटेंगी सेल्वी ने कहा, ‘‘प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस हमें वापस जाने को कह रही है लेकिन हम दर्शन किए बिना नहीं जाएंगे हम यहां तब तक इंतजार करेंगे जब तक हमें आगे नहीं जाने दिया जाता ’’

गौरतलब है कि सबरीमाला मंदिर में 10-50 साल की आयु वर्ग की स्त्रियों के प्रवेश पर पारंपरिक रूप से लगी रोक के विरूद्ध आदेश देते हुए उच्चतम कोर्ट ने 28 सितंबर को सभी आयु वर्ग की स्त्रियों को मंदिर में प्रवेश  पूजा की अनुमति दे दी थी तबसे मंदिर में प्रवेश को लेकर कई बार प्रदर्शन हो चुके हैं

महिला का समूह केरल-तमिलनाडु सीमा पर इडुक्की-कम्बदु मार्ग से तड़के करीब साढ़े तीन बजे पम्बा पहुंचा था लोकल टेलीविजन चैनलों के अनुसार उन्हें रास्ते में कई स्थानों पर विरोध का सामना करना पड़ा लेकिन वे पम्बा पहुंचने में सफल रहीं समूह की सदस्य तिलकवती ने कहा, “मंदिर में दर्शन नहीं होने तक हम प्रदर्शन जारी रखेंगे पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए हमें वापस जाने को बोला है लेकिन हम वापस नहीं जाएंगे ”

केरल गवर्नमेंट के उच्चतम कोर्ट के 28 सितम्बर को दिए आदेश को लागू करने के फैसला के बाद से श्रद्धालुओं ने सबरीमला मंदिर के पास व्यापक स्तर पर प्रदर्शन किए हैं पहले भी कुछ महिलाएं मंदिर पहुंचने का असफल कोशिश कर चुकी हैं