शपथ लेने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने की थी अमित शाह से मुलाकात, जानिए ये है वजह

पीएम नरेंद्र मोदी 30 मई को शपथ लेने के साथअपनी दूसरी पारी प्रारम्भ करेंगे. इससे पहले अमित शाह ने मोदी से मुलाकात की.

उनके नए मंत्रिमंडल को लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे हैं.हालांकि, संसद के सेंट्रल हॉल में मोदी ने अपने सम्बोधन में यह स्पष्ट कर दिया कि मंत्रियों के नामों के बारे में अटकलें लगाना फिजूल है. नयी कैबिनेट का गठन तय मानकों पर ही होगा. इसमें 25% महिलाएं  40% विशेषज्ञ हो सकते हैं.

सरकार नारा के सिद्धांत पर चलेगी 
प्रधानमंत्री की कार्यशैली पर नजदीकी नजर रखने वाले वरिष्ठ नेताओं ने बोला कि 5 वर्ष में कैबिनेट में 4 बार ही परिवर्तन हुए. इससे साफ है कि मोदी अपने मंत्रिमंडल को एक गुलदस्ते की तरह सजाते हैं. नरेन्द्र मोदी सरकार ‘एनएआरए’यानी नारा के सिद्धांत पर चलेगी. इसमें नेशनल एम्बिशंस  रीजनल एस्पिरेशंस का संतुलन साधा जाएगा.

पुराना फॉर्मूला: मोदी मंत्रिमंडल में पहले जिन मानकों को शामिल करते रहे हैं, उनमें वे प्रोफेशनलिज्म, महिला प्रतिनिधित्व, जातीय गणित, शहरी-ग्रामीण तालमेल, विशेषज्ञता, एससी-एसटी अगुवाई  घटक दलों की सीटें, युवा एवं वरिष्ठता को प्रमुख तौर ध्यान रखते हैं.

1. पहले 5 बड़े मानक: सीसीएस के 4 बड़े मानक हैं-वरिष्ठता, विशेषता, वफादारी  महिला प्रतिनिधित्व. इस बार भी सीसीएस में पहले कैबिनेट गठन में दूसरे गठन में दो स्त्रियों को जगह मिल सकता है. पहले शपथ में 40 मंत्री बन सकते हैं.

2. मंत्रालय का फॉर्मूला: 5 शीर्ष मंत्रियों के अतिरिक्त प्रमुख 32 मंत्रालयों की जिम्मेदारी जिन्हें सौंपी जाएगी, उनमें 20 से 25% महिलाएं, 40% विशेषज्ञ, पॉलिसी प्लानिंग एक्सपर्ट्स, टेक्नोक्रेट  प्रशासक शामिल होंगे.

3. घटकों का हिस्सा: पिछली सरकार में जरूरी मंत्रालयों में से एक-एक पद घटक दलों को दिए गए थे, जिनमें शिवसेना, तेलुगुदेशम, अकाली दल  एलजीपी शामिल थी. इस बार गठबंधन से टीडीपी नहीं है  जेडीयू, अन्नाद्रमुक ने उसका जगह ले लिया है.

4. पूरब को तरजीह: उत्तर प्रदेश ने महागठबंधन को किनारे रखते हुए बीजेपी को 62 सीटें दी  बिहार ने 39 सीटे एनडीए को दीं. 101 सीटों वाले इन दो प्रदेशों को मंत्रिमंडल में बड़ा शेयर मिलेगा. बंगाल के 18 सांसदों में से कम से कम 4 मंत्रिमंडल में आ सकते हैं.

5. जहां चुनाव हैं: इस वर्ष झारखंड, हरियाणा, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हैं. इन राज्यों को अच्छा भाग मिल सकता है.