वेश्यावृत्ति के धंधे का खुलासा कर इस महिला ने बनाया ये रिकॉर्ड, बताई ये अहम् बात

वेश्यावृत्ति में एक बार जाने के बाद किसी भी महिला के लिए बाहर निकल जाना आसान नहीं होता है।लड़कियां यहाँ एक बार आने के बाद घुटती ही चलती जाती है लेकिन चाहकर भी खुद को बाहर नहीं निकाल पाती है।

बांग्लादेश का नाम मुस्लिम देशों की उस लिस्ट में काफी मशहूर है जहाँ वेश्यावृत्ति को लीगल माना जाता है।यहां के तंगेल जिले के कांडापारा वेश्यालय को देश का सबसे पुराना (लगभग 200 साल) और दूसरा सबसे बड़ा वैश्यालय बताया जाता है।

वैश्यालय के इस माहौल में हर महिला ढलती जा रही है।यहाँ जब भी कोई छोटी लड़की आती है, तो उसे पहले एक बंधुआ की तरह रखते है।और जैसे ही ये लड़कियां 12 से 14 साल की हो जाती है तो इन्हे भी इस जिस्मफरोशी के धंधे में उतार दिया है।इन लड़कियों को यहाँ कोई अधिकार भी नहीं दिया जाता।वे केवल एक महिला के आदेश पर काम करती है।

यहाँ वे तब तक बंधुआ रहती है जब तक की उन्हें खरीदने के लिए चुकाए गए पैसे का क़र्ज़ चुकता नहीं होता।कर्ज चुकता होने के बाद वे खुद अपने ग्राहक का चुनाव भी कर सकती है और किसी ग्राहक को ना भी कर सकती है।इसके बाद ही वह इस धंधे को छोड़ भी सकती है।

लेकिन कई सालो तक कलंक के इस माहौल में रहने के बाद वे खुद भी इस माहौल से अलग नहीं हो पाती है और खुद को यही का बनाकर रख देती है।वैश्यालय में कैसी होती है जिंदगी।ये तस्वीरे उनकी दिनचर्चा के साथ ही उनके चेहरे पर आती लाचारी को भी दर्शाती है।