वीजा धोखाधड़ी में गिरफ्तार हुए 19 भारतीय छात्रों को देश वापस लौटने का आदेश

अमेरिका में पिछले दिनों वीजा धोखाधड़ी में गिरफ्तार हुए 19 भारतीय छात्रों को देश वापस लौटने की इजाजत दे दी गई है। इन छात्रों को एक स्‍थानीय कोर्ट की ओर से उनके देश लौटने की मंजूरी दी गई है। पिछले दिनों अमेरिकी राज्‍य मिशीगन की पुलिस की ओर से एक जाली यूनिवर्सिटी जिसका नाम फार्मिगंटन यूनिवर्सिटी था, उसके जरिए वीजा स्‍कैम का पर्दाफाश किया गया था। इस यूनिवर्सिटी में एडमिशन के नाम पे टू स्‍टे वीजा रैकेट का भांडा पुलिस ने फोड़ा था। जिन छात्रों को देश लौटने की मंजूरी मिली है वे तेलगु हैं और पिछले शनिवार और मंगलवार को कोर्ट ने इन्‍हें देश लौटने की इजाजत दी है।

डिटेंशन सेंटर में हैं छात्र

20 छात्रों को दो डिटेंशन सेंटर में रखा गया गया है। 12 कालाहन काउंटी के डिटेंशन सेंटर में हैं तो आठ छात्र मिशीनग मुनरो डिटेंशन सेंटर में हैं। छात्र 31 जनवरी से यहां पर हैं और 20 में तीन तेलगु और एक फिलीस्‍तीनी छात्र को देश लौटने की मंजूरी मिली। बाकी 17 छात्रों मंगलवार को मिशीगन कोर्ट की ओर से मंजूरी मिली। अमेरिकन तेलंगाना एसोसिएशन (एटीए-तेलंगाना) के प्रतिनिधि वेंकट मनथेना ने बताया है कि एक तेलगु छात्र की शादी अमेरिकी नागरिक से हुई है। यह छात्र देश रुक यहां पर अपना केस खुद लड़ना चाहता था जबकि बाकी छात्रों को अमेरिका छोड़ने की अनुमति दे दी गई है। इन छात्रों को ‘यूएस गवर्नमेंट रिमूवन’ ऑर्डर के तहत भारत जाने की अनुमति मिली है। वहीं बाकी छात्रों को स्‍वेच्‍छा से देश छोड़ने को कहा गया है।

26 फरवरी तक छोड़ना होगा अमेरिका

वहीं करीब 100 और तेलगु छात्र हैं जिन्‍हें 30 डिटेंशन सेंटर्स में रखा गया और ये सभी कोर्ट के ऑर्डर का इंतजार कर रहे हैं। एपी नॉन रेजीडेंट तेलगूस (एपीएनआरटी) सोसायटी कोऑर्डिनेटर सागर डोडापानेनी ने कहा कि कुछ छात्र बेल बॉन्‍ड पर डिटेंशन सेंटर से बाहर आ गए हैं तो कुछ अभी इस प्रक्रिया में हैं। अगर उनके राज्‍यों में स्थित कोर्ट उन्‍हें स्‍वेच्‍छा से जाने की अनुमति देता है तो वह भारत आ सकते हैं। लेकिन यह सब कुछ उन पर तय आरोपों की गंभीरता पर निर्भर करेगा और साथ ही जज के रवैये पर भी होगा। जिन छात्रों को वॉलेंटरी डिपार्चर की अनुमति मिली है उन्‍हें यूएस इमीग्रेशन एंड कस्‍टम्‍स एनफोर्समेंट (आईसीई) अथॉरिटीज के तहत चिन्हित रास्‍तों के जरिए ही भारत आने का आदेश दिया गया है। आईसीई ही इन छात्रों को एयरपोर्ट भेजने का प्रबंध करेगा। डोडापानेनी के मुताबिक हालांकि छात्रों को 26 फरवरी तक देश लौटने को कहा गया है लेकिन वह जल्‍द से जल्‍द देश वापस जाने की तैयारी कर रहे हैं। अगर सारी कागजी कार्रवाई पूरी हो गई तो छात्रों का पहला बैच इस सप्‍ताहांत देश लौट जाएगा।