वास्तु दोष के अनुसार सीढ़ियों हो सकती है घर में परेशानी का कारण, जाने कैसे…

सीढ़ियों के टूटे किनारे वास्तु-दोष उत्पन्न करते हैं। अतः इनकी मरम्मत समय रहते करवा लेनी चाहिए। सीढ़ियों के नीचे रसोई घर, पूजा घर, स्नान घर आदि न बनवाएं।  सीढ़ियों की ऊंचाई व चौड़ाई इस आकार में हो कि बच्चा व बूढ़ा आसानी से बिना थके चढ़ सके। सीढ़ियों की ऊंचाई सात इंच तथा चौड़ाई दस इंच से एक फुट तक हो सकती है।

सीढ़ियों को अगर सही दिशा में न बनाया गया हो, तो यह एक गंभीर वास्तुदोष माना जाता है। इस दोष के कारण मनुष्य को अनावश्यक आर्थिक व निजी जीवन में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

घर में सीढ़ियां बनवाने के लिए सबसे सही दिशा दक्षिण, पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम होती है। अगर सीढ़ियां सही स्थान पर बनी हों तो जीवन के बहुत से उतार-चढ़ाव व कठिनाइयों से बचा जा सकता है।

कई बार ऐसा समय आता है कि एक परेशानी का अंत भी नहीं होता और दूसरी परेशानी खड़ी हो जाती हैं। इसका भी एक कारण बता देते हैं दरअसल आपके घर में ऐसे परेशानी का बार-बार आना आपके घर में बना जीना भी हो सकता है। जिससे वास्तु दोष उत्पन्न होता है।