लोकसभा चुनाव 2019 के लिए बीजेपी ने घोषित किए हरियाणा के ये 10 प्रत्याशी ,जानिए कौन कितना है धुरंधर

लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर बीजेपी ने हरियाणा में सभी 10 सीटों के लिए उम्मीदवारों का एलान कर दिया है. यहां क्लिक करके जानिए कौन कहां से उम्मीदवार  वो पॉलिटिक्स का कितना धुरंधर है.

रोहतक सीटः अरविंद शर्मा 12 अक्टूबर 1963 को रोहतक में जन्मे अरविंद शर्मा की स्कूली एजुकेशन केंद्रीय विद्यालय से हुई. उन्होंने डेंटल कॉलेज रोहतक से बीडीएस की  फिर प्रोस्थोडेंटिक्स में एमडीएस. पत्नी भी चिकित्सक हैं  इनके दो बच्चे हैं. अरविंद 1996 में पहली बार सोनीपत से आजाद चुनाव लड़कर सांसद बने. 1999 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए. 2004  2009 में करनाल लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी सांसद रहे. 2004 में करनाल से ही चुनाव लड़ा, पर बीजेपी के अश्विनी चोपड़ा से पराजय गए. इसके बाद कांग्रेस पार्टीछोड़कर बीएसपी में गए. विधानसभा चुनाव में बीएसपी के मुख्यमंत्री चेहरे रहे. दो विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ा, दोनों से हारे. मार्च महीने में ही बीजेपी का दामन थामा. करनाल से टिकट के दावेदार थे, लेकिन बीजेपी ने रोहतक से मैदान में उतारा. हुड्डा के धुर विरोधियों में शामिल हैं अरविंद शर्मा.

हिसार सीटः बृजेंद्र सिंह 13 मई 1972 को रोहतक में जन्मे बृजेंद्र सिंह, केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं. वे एक आईएएस अधिकारी हैं.  दिल्ली के मॉडर्न स्कूल बाराखंभा रोड से उनकी स्कूली एजुकेशन हुई. दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज  जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से उच्च एजुकेशन ग्रहण की. बृजेंद्र सिंह ने 1998 में आईएएस की इम्तिहान पास कर देश भर में नौवां जगह हासिल किया था. 1999 में वे विवाह के बंधन में बंधे. दो बच्चे हैं, एक पुत्री  एक पुत्र. फरीदाबाद और चंडीगढ़ में डीसी भी रहे. वर्तमान में प्रबंध निदेशक हैफेड के पद पर तैनात है. बीजेपी की ओर से चुनाव टिकट मिलने पर उन्होंने वीआरएस के लिए आवेदन किया है. पद से त्याग पत्र भेजा दिया है.

अंबाला सीट : रतनलाल कटारिया रतनलाल मौजूदा सांसद है  वे 1999 में भी इसी सीट से सांसद रह चुके हैं. 2014 में कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी राजकुमार वाल्मीकि को हराया था.  आयु : 67 साल.  एजुकेशन : एमए राजनीतिक शास्त्र, एलएलबी. स्थायी निवासी : गांव संधाली, यमुनानगर.

कुरुक्षेत्र सीट : नायब सैनी अंबाला के नारायणगढ़ हल्के से 2014 मे पहली बार विधायक बने. पूर्व संसदीय सचिव और कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी रामकिशन गुर्जर को हराया था. हरियाणा सरकार में खनन एवं भूविज्ञान और श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री हैं. स्थायी निवासी: गांव लखनौरा, नारायणगढ़, अंबाला. एजुकेशन : बीए, एलएलबी. आयु 44 वर्ष.

करनाल सीट : संजय भाटिया हरियाणा बीजेपी के प्रदेश महामंत्री हैं  पानीपत निवासी हैं. पहली बार चुनाव मैदान में है. बीजेपी जिलाध्यक्ष और नगर पालिका चेयरमैन रह चुके हैं.स्थायी निवासी पानीपत. एजुकेशन : बी कॉम.

सिरसा सीट : सुनीता दुग्गल सुनीता दुग्गल आईआरएस अधिकारी है  इनकम टैक्स विभाग में डिप्टी कमिश्नर के पद पर कार्यरत थीं. वीआरएस लेकर बीजेपी में शामिल हुई. प्रदेश सरकार ने उन्हें अनुसूचित जाति  वित्त विकास निगम, हरियाणा सरकार की चेयरपर्सन बनाया. उनके पति भी आईपीएस है. आयु : 46 वर्ष. एजुकेशन : पीजी.

सोनीपत सीट : रमेश चंद्र कौशिक रमेश चंद सोनीपत से मौजूदा सांसद हैं. वह सोनीपत के ही स्थायी निवासी है. 1996-1999  साल 2005-2009 में वह विधायक रह चुके हैं.हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. वह 2007-2009 तक हरियाणा सरकार में मुख्य संसदीय सचिव भी रह चुके हैं. साल 2014 में बीजेपी ने उन पर दांव खेला था । वे कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी जगबीर सिंह मलिक को हराकर सांसद बने.  एजुकेशन : बीए, एलएलबी. आयु : 62 वर्ष

गुरुग्राम सीट : राव इंद्रजीत सिंह राव इंद्रजीत गुरुग्राम के मौजूदा सांसद और केन्द्र में राज्यमंत्री हैं. वह 1998, 2004  2009 में भी सांसद रह चुके हैं. साल 2014 में उन्होंने बीजेपीज्वाइन की  वह चौथी बार सांसद बने. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी इनेलो प्रत्याशी जाकिर हुसैन को हराया था. वह चार बार हरियाणा के विधायक भी रह चुके हैं. राव इंद्रजीत मूल रूप से रेवाड़ी निवासी है. आयु : 69 वर्ष, शिक्षा: बीए आनर्स, एलएलबी.

फरीदाबाद सीट : कृष्णपाल गुर्जर कृष्णपाल फरीदाबाद से मौजूदा सांसद एवं हिंदुस्तान सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री है. वह दो बार विधायक रह चुके हैं.बीजेपी के टिकट पर पहली बार 2014 में सांसद का चुनाव लड़ा  अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस पार्टी के अवतार सिंह भड़ाना को 4.66 लाख से अधिक वोटों से हराकर सांसद बने. स्नातक है. आयु : 62 वर्ष, एजुकेशन : बीए, एलएलबी. मूलरूप से फरीदाबाद निवासी हैं.

भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट : धर्मबीर सिंह धर्मबीर भिवानी- महेंद्रगढ़ से मौजूदा सांसद है. चार बार विधायक रह चुके हैं. एक बार प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे. साल 2014 में बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा  पूर्व सांसद एवं कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी श्रुति चौधरी को हराकर सांसद बने ।