रातो – रात अमेरिका ने चीन को दिया ये करारा जवाब, दागी खतरनाक मिसाइल

पिछले साल से ही ट्रंप प्रशासन ने चीन पर दबाव बढ़ा दिया है। अमेरिका ने चीन के ताइवान, तिब्‍बत, हॉन्‍ग कॉन्‍ग और दक्षिण चीन सागर को लेकर चल रहीं गतिविधियों को लेकर कई अधिकारियों और कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

ये प्रतिबंध उस समय और कड़े हो गए जब पिछले ट्रंप और पोम्पियो दोनों ने ही चीन पर कोरोना वायरस को छिपाने का आरोप लगाया था। इससे पहले पोम्पियो ने ताइवान के अधिकारियों के साथ अमेरिका के राजनयिक संबंध बनाने पर लगाए गए प्रतिबंध को हटा लिया था।

अमेरिका की डोनाल्‍ड ट्रंप सरकार ने जाते-जाते चीन को बड़ा झटका दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने शिंजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों के साथ चीन के व्‍यवहार को नरसंहार घोषित किया है। साथ ही नए प्रतिबंध लगाने का भी ऐलान किया है।

माइक पोम्पियो ने यह ऐलान ऐसे समय पर किया है ज‍ब जो बाइडन के सत्‍ता संभालने में मात्र ही कुछ ही घंटे बचे हैं। निवर्तमान अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने ट्वीट करके कहा, ‘मैंने यह नियत किया है कि चीन अपने शिंजियांग प्रांत में नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराध कर रहा है। चीन उइगर मुस्लिमों और जातीय तथा धार्मिक अल्‍पसंख्‍यक गुटों को निशाना बना रहा है।

यह चीनी लोगों और हर जगह सभ्‍य देशों का अपमान है।’ उन्‍होंने कहा कि इसके लिए चीन और कम्‍युनिस्‍ट पार्टी को जिम्‍मेदार ठहराना होगा। बाइडन की टीम ने कोई प्र‍तिक्रिया नहीं दी पोम्पियो के इस ऐलान के बाद अभी बाइडन की टीम ने कोई प्र‍तिक्रिया नहीं दी है।

हालांकि बाइडन की टीम के कई सदस्‍य पहले इस तरह के प्रतिबंध लगाए जाने के समर्थन में रहे हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री ने यह प्रतिबंध अचानक से नहीं लगाए हैं। इससे पहले भी अमेरिका चीन के खिलाफ कई प्रतिबंध लगा चुका है। ताजा प्रतिबंध भी उसी दिशा में एक कड़ी हैं।