योगी राज में पुलिस के लिए सिरदर्द बना बीहड़ों में आतंक मचाने वाला यह डकैत

चित्रकूट (Chitrakoot) के बीहड़ों में आतंक का पर्याय बन चुके डकैत बबली कोल अखिलेश सरकार के बाद अब योगी राज में भी पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है बबली कोल उत्तर प्रदेश पुलिस के बीच आमना-सामना कई बार हुआ, लेकिन पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी यही नहीं एक एनकाउंटर में पुलिस का दरोगा भी शहीद हो गया लेकिन बबली कोल हाथ नहीं लगा स्थिति ये है कि चित्रकूट में 7 लाख के इनामी डकैत बबली कोल के आतंक ने एक बार फिर यहां के बाशिंदों को घरों में दुबक जाने के लिए मजबूर कर दिया है

साल 2018 की फरवरी में चित्रकूट में डकैत बबली कोल से जंगलों में पुलिस की एनकाउंटर हो गई मारकुंडी थाना क्षेत्र के बंदरचुआ के बड़े जंगल में पुलिस के कॉम्बिंग के दौरान ये इनकाउंटर हुआ दोनों तरफ से आधे घंटे से गोलियों की तड़तड़ाहट से जंगल गूंज उठा लेकिन बाद में पता चला कि इनकाउंटर में बबली कोल चित्रकूट पुलिस को एक बार​ फिर चकमा देकर फरार हो गया है पुलिस ने एक राइफल तीन कारतूस एक मोबाइल सहित कई दैनिक उपयोग चीजों को बरामद की

इससे पहले 2017 में चित्रकूट जिले के मानिकपुर के जंगल में भी इनामी डकैत बबली कोल  उसके रैकेट के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई थी उस दौरान भी कई घंटे फायरिंग के बाद बबली कोल भागने में पास रहा था इसमें रैपुरा थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर जयप्रकाश सिंह शहीद हो गए थे इस मुठभेड़ में एक घायल डकैत भी पकड़ा गया था वहीं मुठभेड़ में बाहिलपुरवा सब इंस्पेक्टर वीरेन्द्र त्रिपाठी को भी गोली लगी थी

उपचुनाव की आहट के बाद सक्रिय हुआ डकैत

अब मानिकपुर विधानसभा में उपचुनाव होना है  चुनाव के पहले अपने नाम की बादशाहत  आतंक का साम्राज्य कायम करने के लिए डकैत बबली कोल ने एक बार फिर व्यापारी का किडनैपिंग कर 50 लाख की फिरौती मांगी है घटना के बाद से ही उत्तर प्रदेश पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है

चित्रकूट जनपद के मानिकपुर थाना क्षेत्र के बराहा कोलान गांव में 15 अगस्त को इनामी डकैत बबली कोल और उसका साथी लवलेश कोल गांव में धमके  ब्रजमोहन पांडेय के घर पहुंच गए घर मे ब्रज मोहन खोवा बना रहा था, तभी बबली कोल ने व्यापारी को अगवा कर लिया डकैत ने उसकी बीवी को घर के अंदर बंद करके बाहर से कुंडी लगा दी थी प्रातः कालहोते ही डकैत बबली कोल ने अपहृत के भाई भरत पांडेय के पास फोन लगाया  उनसे 50 लाख की फिरौती मांगी 24 घण्टे के अंदर न देने पर उसे जान से मारने की बात कही

पुलिस कार्रवाई महज खानापूर्ति

उधर व्यापारी के परिजन गुहार लगाने पुलिस के पास पहुंचे तो मानिकपुर पुलिस यह कहती रही कि कहीं चला गया होगा, उसको ढूंढ़ो अगर पुलिस का सहारा लोगे तो उसकी जान को खतरा होने कि सम्भावना है यह सुनकर परिजन वापस लौट गए जब दो दिन बाद जब मीडिया में किडनैपिंग की खबरें छपीं, तब जाकर पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद इनामी डकैत बबली कोल और लवलेश कोल के विरूद्ध मानिकपुर थाने में एफआईआर लिखी गई लेकिन इसके बाद भी पकड़ छुड़वाने के लिए कॉम्बिंग की खानापूर्ति ही की जा रही है

50 लाख की फिरौती घटाकर की 10 लाख!

खोआ व्यापारी के किडनैपिंग के चार दिन बीत गए लेकिन चित्रकूट पुलिस उसका सुराग नही लगा पाई वहीं इनामी डकैत बबुली कोल परिजनों से फोन पर लगातार फिरौती की रकम को लेकर सौदेबाजी कर रहा है  अब उसने फिरौती की रकम 50 लाख से कम करते करते 10 लाख कर दी है पुलिस का हाल ये है कि परिजनों से पैसे देकर अपने बंदोवस्त से छुड़वाने की हिदायत दे रहे हैं ऐसे में लाचार परिजनों का विश्वास चित्रकूट पुलिस से उठ गया  खुद ही फिरौती की रकम का बंदोवस्त करने में जुट गए हैं

दरअसल मिनी चंबल चित्रकूट में सदियों से पीढ़ी दर पीढ़ी डकैतों की समस्या चली आ रही है पहले दस्यु डकैत ददुआ  फिर बलखड़िया  अब बबली कोल  का आतंक बना हुआ हैएक के बाद एक डकैत जन्म लेते चले आ रहे हैं लेकिन पुलिस कभी इन डकैतो का खात्मा नही कर पाई है

अपहृत व्यापारी के भाई ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

अपहृत ब्रजमोहन के भाई भरत कुमार पांडेय कहते हैं कि बबली कोल ने पहले 50 लाख रुपए फोन कर मांगे, अब 10 लाख रुपए देने की बात कह रहा है जब हमने उससे बोला कि 50 हजार से एक लाख रुपए तक किसी से मांग कर बंदोवस्त कर सकते हैं तो धमकी दे रहा है भरत कहते हैं कि वहीं पुलिस कुछ नहीं कर रही है, उलटे कहती है कि अपने भाई को अपने स्तर से छुड़ाइए, हमारे चक्कर में कहीं उसको वह मार न डाले वहीं पूर्व दस्यु मुखिया जनार्दन सिंह कहते हैं कि पुलिस प्रशासन कभी भी किसी भी गैंग से सीधे लड़ने को तैयार नहीं है पुलिस चाहती है कि उन्हें गैंग का सीधे सुराग लग जाए  वो सोते मिलें  ये पहुंचे  गोली मार दें