मोदी जी की ख़ास अपील के बाद 2 अक्टूबर से एयर इंडिया इस चीज़ पर पूरी तरह से लगाएगी प्रतिबंध

एयर इंडिया के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने कहा कि 2 अक्टूबर से एलायंस एयर और एयर इंडिया एक्सप्रेस में प्लास्टिक के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक को रोकने के लिए भारतीयों से एक नई क्रांति शुरू करने का आग्रह किया.

मोदी ने मासिक कार्यक्रम मन की बात के दौरान कहा कि इस साल जब हम बापू की 150वीं जयंती मनाएंगे तो इस अवसर पर हम उन्हें न केवल खुले में शौच से मुक्त भारत समर्पित करेंगे बल्कि उस दिन पूरे देश में प्लास्टिक के खिलाफ एक नए जन-आंदोलन की नींव रखेंगे. प्रधानमंत्री की इस अपील के बाद एयर इंडिया प्लास्टिक पर बैन का कदम उठाने जा रही है. एयर इंडिया ने अपनी विमानन सेवाओं से प्लास्टिक को दूर करने के लिए सभी केटरिंग सर्विस प्रोवाइडर, इन-फ्लाइट सर्विसेज, एमएमडी और सभी हवाई अड्डों को सूचित कर दिया है.

प्लास्टिक बैन करने को लेकर एयर इंडिया की ये है प्लानिंग…

  • अभी एयर इंडिया अपने यात्रियों को 200 मिलीलीटर की पानी की बॉटल देती है. 29 अगस्त 2019 यानी आज से यात्रियों को 1500 मिलीलीटर की पानी की बॉटल मिलेगी.
  • केले के चिप्स और सैंडविच अभी तक प्लास्टिक के पाउच में पैक करके यात्रियों को मिलते थे. अब वह बटर पेपर से बने पाउच में दिए जाएंगे.
  • केक के स्लाइसेस जो पहले प्लास्टिक के स्नैक्स बॉक्स में मिलते थे. अब उसकी जगह कागज के रैपर में पैक मफिन्स मिलेंगे.
  • जो यात्री एडवांस में खाने का पैसा दे देते हैं, उन्हें पहले प्लास्टिक के डिब्बों और कटलरी में खाना मिलता था. अब उन्हें ईको-फ्रेंडली बर्च वुड कटलरी में खाना दिया जाएगा.
  • विमान में मौजूद क्रू मेंबर की कटलरी अब हल्के स्टील की कटलरी में बदली जाएगी.
  • एयर इंडिया के विमानों में पानी रखने वाले प्लास्टिक के जगों को बदलकर कागज के जग दिए जाएंगे.
  • प्लास्टिक के चाय के कपों को बदलकर मजबूत कागज के कप दिए जाएंगे.

एयर इंडिया हर चुनौती का सामना करने में सक्षम

पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत के लिए अपना एयरस्पेस बंद करने की धमकी दी है. पाकिस्तान के इस फैसले पर एयर इंडिया के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने कहा कि हम पिछली बार की तरह इस स्थिति को संभाल लेंगे. उन्होंने कहा कि एयर इंडिया एयरस्पेस बंद होने के बाद आने वाली चुनौतियों से निपटने में सक्षम है. हालांकि, लोहानी ने हालात से निपटने के लिए सरकारी वित्तीय सहायता के सवाल को टाल दिया.