वर्ल्ड कप 2019 क्रिकेटरों के बर्तावों को लेकर भी सुर्खियों में रहा है। अभी वर्ल्ड कप समाप्त भी नहीं हुआ है कि एक क्रिकेटर को वर्ल्ड कैप मैच के बाद होटल में की गई गलती के चलते एक वर्ष के लिए टीम से बाहर का रास्ता दिखा गया है।
पहले वर्ल्ड कप के बीच में ही क्रिकेट जगत की सबसे बड़ी संस्था इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने टीम से तत्काल इस खिलाड़ी को बाहर कर करने के लिए कह दिया था। इस मामले में वर्ल्ड कप के बीच में ही इस खिलाड़ी को देश वापस भेज दिया गया था।
हालांकि तब आईसीसी ने खिलाड़ी के द्वारा की गई गलती को स्पष्टता से नहीं बताया था। बाद में जब टीम वर्ल्ड कप में अपनी किरदार निभाने के बाद देश वापस पहुंची तो खिलाड़ी को लेकर विमर्श प्रारम्भ हुआ। फिर देश के क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी से खिलाड़ी को लेकर पूरी स्पष्टता बात की। इस दौरान जब आईसीसी ने खिलाड़ी को लेकर पूरी बात देश के क्रिकेट बोर्ड को बताई तो तत्काल ने देश के क्रिकेट बोर्ड ने इस खिलाड़ी को टीम से एक वर्ष के बाहर निकाल दिया गया।
बोर्ड ने घरेलू क्रिकेट व अनुबंध को भी किया सस्पेंड
यह मुद्दा अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड व अफगानिस्तान के तेज गेंदबाद आफताब आलम से जुड़ा है। अफगान क्रिकेट बोर्ड अपने इस तेज गेंदबाज को आईसीसी के हस्तक्षेप के बाद एक वर्ष के लिए टीम से बाहर कर दिया है। साथ ही क्रिकेटर के घरेलू क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया है। जानकारी के अनुसार बोर्ड इस खिलाड़ी के साथ वर्ष भर के अनुबंध भी खत्म कर लेगी। ऐसे में उन्हें बोर्ड से मिलने वाले नियमित भत्ते व फीस भी बंद हो जाएगी।
इंग्लैंड के साउथैंप्टन होटल की है घटना?
खबरों के अनुसार, आफताब आलम ने वर्ल्ड कप के दौरान होटल में एक अतिथि महिला के साथ गंभीर बदतमीजी के चलते अफगानिस्तान वापस भेजा गया था। यह घटना साउथैंप्टन के उस होटल में हुई जहां पर अफगानिस्तान की टीम ठहरी हुई थी। वैसे आईसीसी ने आलम के टूर्नामेंट से हटने के कारण के रूप में बताया था कि विशेष परिस्थितियों में उन्हें वापस भेजा गया है। वहीं अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बोला था कि वे आईसीसी की आचार संहिता तोड़ने के चलते बुलाए गए हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि सईम को घटना की जानकारी ठीक से नहीं देने का जिम्मेदार माना गया है। उन्होंने बोर्ड से मुद्दा छुपाया। जानकारी के अनुसार, आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक यूनिट ने आफताब आलम को गलत व्यवहार को दोषी पाया। उसकी ओर से अफगानिस्तान बोर्ड को रिपोर्ट भेज दी गई है।