मुख्तार अंसारी को हुई ये खतरनाक बीमारी, कोर्ट से की फिजियोथेरेपी की मांग

मुख्तार अंसारी ने जिन लोगों के असलहा लाइसेंस के लिए जिलाधिकारी को अपने लेटर पैड पर पत्र लिखकर असलहा लाइसेंस जारी करने की अनुशंसा की थी।

 

इस सिफारिश पर जिलाधिकारी ने उन लोगों का लाइसेंस जारी भी कर दिया। बाद में जांच के बाद जिन लोगों के नाम असलहा लाइसेंस जारी किया गया था उनका नाम पता फर्जी पाया गया।

इसके बाद मुख्तार अंसारी सहित 7 लोगों के विरुद्ध दक्षिणटोला थाना में रिपोर्ट दर्ज हुई। पुलिस ने विवेचना के बाद मुख्तार अंसारी समेत सभी के विरुद्ध आरोप पत्र सीजेएम कोर्ट मे पेश किया। इस मामले में बुधवार को बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी हुई।

बता दें कि विधायक के वकील दारोगा सिंह ने 11 अप्रैल को ऑनलाइन आवेदन करते हुए कहा था कि मुख्तार अंसारी ब्लड प्रेशर, शुगर, हाईपरटेंशन और कमर दर्द से बेहद परेशान हैं। 19 मई को हुई सुनवाई के बाद बांदा जेल में मुख्तार अंसारी को जेल में एअर कूलर व मच्छरदानी उपलब्ध करा दी गई है।

जबकि हार्ड बेड के रूप में सीमेंटेड चबूतरा और बिस्तर वगैरह पहले से उपलब्ध है। मुख्तार ने उस दिन भी तबियत का हवाला देते हुए फिजियोथेरेपी कराने संबंधी आदेश देने की गुहार कोर्ट से की थी।

गौरतलब है कि फर्जी असलहा मामला मऊ के दक्षिण टोला थाना क्षेत्र का है। अभियोजन के मुताबिक तत्कालीन थानाध्यक्ष दक्षिण टोला निहार नंदन कुमार की तहरीर पर 5 जनवरी 2020 को आयुध अधिनियम और जालसाजी के मामले में रिपोर्ट दर्ज हुई। इसमें बाहुबली मुख्तार अंसारी समेत सात लोगों को आरोपी बनाया गया है।

उत्तरप्रदेश के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की फर्जी पते से लिए गए असलहे के मामले में बांदा जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मऊ कोर्ट में पेशी हुई। इस दौरान अंसारी ने एसीजेएम /रिमांड मजिस्ट्रेट प्रीति भूषण से फिजियोथेरेपी कराने का आदेश दिए जाने का आग्रह किया।

अमरउजाला के मुताबिक, एसीजेएम प्रीति भूषण ने अभियोजन अधिकारी और मुख्तार के वकील दारोगा सिंह के तर्कों को सुनने के बाद मुख्तार अंसारी की न्यायिक अभिरक्षा का रिमांड मंजूर करते हुए सुनवाई के लिए 31 मई की तिथि तय की।