मल्लिाकर्जुन खड़गे लेंगे गुलाम नबी आजाद की जगह, राज्यसभा में होंगे विपक्ष के नेता

नई दिल्ली। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस पार्टी के सांसद गुलाम नबी आजाद का 15 फरवरी को कार्यकाल खत्म होने वाला है। जानकारी के मुताबिक, गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल खत्म होने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में कांग्रेस के नेता रहे मल्लिकार्जुन खड़गे को विपक्ष का नेता नामित किया गया है।

कांग्रेस ने राज्यसभा के सभापति को सदन में विपक्ष के नेता के रूप में मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम सौंपा है। संगठन के महासचिव वेणुगोपाल ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्‍यसभा के सभापति वैंकेया नायडू को इस बारे में जानकारी दी है कि खड़गे पार्टी की तरफ से नामित किए गए हैं।

बता दें कि कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले दलित नेता खड़गे 2014 से 2019 के बीच लोकसभा में कांग्रेस के नेता रह चुके हैं। बड़ी बात यह है कि खड़गे साल 2019 का लोकसभा चुनाव हार गए थे। इसके बाद पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया था।

गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा के सदस्य हैं। आजाद साल 2005 से 2008 तक जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री भी रहे। वह करीब 41 सालों से संसदीय राजनीति में हैं। वह साल 2014 से राज्यसभा में विपक्ष के नेता हैं। वह पांच बार राज्यसभा और दो बार लोकसभा सांसद रहे। आजाद के साथ ही बीजेपी के शमशेर सिंह मन्हास, पीडीपी के मीर मोहम्मद फ़ैयाज और नजीर अहमद लवाय का कार्यकाल भी खत्म हो रहा है। आजाद और नजीर अहमद का कार्यकाल 15 फरवरी को और मन्हास और मीर फयाज का कार्यकाल 10 फरवरी को पूरा हो रहा है।

गौरलतब है कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाए जाने और इसके केंद्रशासित प्रदेश बनाए जाने के बाद से वहां विधानसभा अस्तित्व में नहीं है।