कोरोना टीकाकरण खत्म होते ही लागू होगा CAA, अमित शाह ने दिया ये बड़ा संकेत, मुसलमानों के खिलाफ…

मुसलमान भारतीय नागरिक हैं हमेशा रहेंगे. ऐसे में भारतीय मुसलमानों के भेदभाव बतौर पेश किया जा रहा है सीएए कानून. इसके साथ ही उन्होंने भारतीय मुसलमानों को एक बार फिर आश्वस्त करते हुए कहा कि भारतीय मुसलमानों को सीएए को लेकर डरने की कतई कोई जरूरत नहीं है.

गुरुवार को ठाकुरगंज में रैली को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सीएए भारतीय मुसलमानों के खिलाफ नहीं है. इसको लेकर गुमराह किया जा रहा है.

मुसलमान भारतीय नागरिक हैं हमेशा रहेंगे. ऐसे में भारतीय मुसलमानों के भेदभाव बतौर पेश किया जा रहा है सीएए कानून. इसके साथ ही उन्होंने भारतीय मुसलमानों को एक बार फिर आश्वस्त करते हुए कहा कि भारतीय मुसलमानों को सीएए को लेकर डरने की कतई कोई जरूरत नहीं है.

उन्होंने बंगाल को पवित्र भूमि की संज्ञा देते हुए कहा कि सीएए वास्तव में नागरिकता देने का कानून है, ना कि नागरिकता छीनने का. सीएए में भारतीय मुसलमानों की नागरिकता छीनने का कहीं कोई जिक्र तक नहीं है. इसे कोरोना टीकाकरण के बाद लागू किया जाएगा.

अभी कृषि कानूनों पर जारी धरना-प्रदर्शन का दौर धीमा भी नहीं पड़ा है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने एक बर्र के छत्ते को छेड़ दिया है. खासकर यह देखते हुए कि कोरोना संक्रमण काल से पहले ही इस मसले को लेकर देश भर में हिंसक प्रदर्शन हुए थे.

गुरुवार को बंगाल दौरे पर गए अमित शाह ने ठाकुरनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए घोषणा की कि कोरोना का टीकाकरण खत्म होने के तुरंत बाद बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू कर दिया जाएगा.

इस घोषणा के भी अपने सियासी मायने हैं. बीजेपी बंगाल में जय श्रीराम के नारे पर सूबे की ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) सरकार को लगातार घेर रही है.

इसके साथ ही उसके निशाने पर अवैध रूप से बसे बांग्लादेशी भी है, जो अवैध कागजों के बल पर नागरिकता हासिल कर चुके हैं तृणमूल कांग्रेस के वोटर माने जाते हैं. जाहिर है इस मुद्दे पर आने वाले दिनों में घमासान तेज होगा.