ब्लैक फंगस की दवा बनाने जा रही रामदेव की कंपनी पतंजली , फाइनल स्टेज पर…

रामदेव ने यह भी कहा कि कोरोना के कितने भी वेरिएंट उत्पन्न हो जाए,उन्हें फिर भी योग पर भरोसा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि कोरोना वायरस के खतरे से बचना है तो योग अपनाना ही होगा।

साथ ही आर्युवेद की शरण में आना ही होगा। उन्होंने सभी से अपील की शरीर की इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने पर सभी ध्यान दें। यहीं नहीं बाबा रामदेव ने वैक्सीन पर भी सवाल खड़ा किया है।

वहीं स्वामी रामदेव ने अपने फेसबुक पेज पर एक एम.बी.बी.एस. एम.डी. डॉ. तरुण कोठारी का वीडियो भी शेयर किया है जिसमें वह रामदेव को उचित मानते हैं। वे कह रहे हैं कि रामदेव ठीक कह रहे हैं। उन्होंने आई.एम.ए. के अध्यक्ष से सवाल पूछा है कि जो कोरोना बीमारी 2019-20 में आई, उस बीमारी की डायग्नोस्टिक किट 2017-18 में कैसे आ गई। इसके साथ ही उन्होंने अन्य कई सवाल पूछे हैं।

बता दें कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच बाबा रामदेव लगातार सुर्खियों में है। बाबा रामदेव और आईएमए का विवाद अभी थमा भी नहीं था कि उन्होंने फिर से विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें वैक्सीन की कोई आवश्यकता नहीं है।

रामदेव ने अपने बयान के बचाव में कहा कि वे लगातार योग और आर्युवेद अपना रहे है। इसलिये उन्हें कोरोना वैक्सीन की आवश्यकता नहीं है। बता दें कि बाबा रामदेव को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी विवादित बयान न देने की नसीहत दी थी। जिसके बाद बाबा रामदेव ने खेद भी प्रकट किया।

एलोपेथ पर सवाल खड़ा करके रामदेव के खिलाफ देश भर के डॉक्टरों ने गुस्सा प्रकट किया है। बाबा रामदेव ने अपने एक बयान में कहा कि उन्हें कोरोना वायरस से डरने की कोई आवश्यकता नहीं है।

योग गुरु स्वामी रामदेव की कंपनी पतंजली कोरोनील के बाद अब ब्लैक फंगस की दवा बनाने जा रही है। रामदेव ने खुद एक इंटरव्यू में दावा किया है कि वह ब्लैक फंगस की दवा लेकर आने वाले हैं।

स्वामी रामदेव ने कहा कि, मैंने अपने कार्य से मुंह नहीं मोड़ा है, तमाम विवादों के बावजूद मैं 18 घंटे सेवा कर रहा हूं और बहुत जल्द ही, एक सप्ताह के अंदर ब्लैक फंगस, येलो फंगस और व्हाइट फंगस का इलाज आयुर्वेद से देने वाला हूं। उन्होंने कहा कि इसपर काम हो चुका है और प्रक्रिया फाइनल स्टेज में है। हम अभी भी फंगस की दवाई बना रहे हैं।