बीजेपी यहां बनाएगी 25 सीटें जीत कर गवर्नमेंट 

मिजोरम बीजेपी के अध्यक्ष जे वी लूना का दावा है कि इस महीने राज्य की 40 विधानसीटों के लिए होने वाले चुनावों में पार्टी कम से कम 25 सीटें जीत कर यहां गवर्नमेंट बनाएगी.इसके साथ ही पूर्वोत्तर का कांग्रेस-मुक्त करने का उसका मिशन भी पूरा हो जाएगा. अमर उजाला के साथ एक विशेष वार्ता में वह कहते हैं कि इस ईसाई-बहुल राज्य में बीजेपी की स्वीकार्यता बढ़ रही है. अब यहां वह बाहरी पार्टी नहीं रही. उनका दावा है कि राज्य के लोग अबकी परिवर्तन चाहते हैं.
लेकिन कांग्रेस पार्टी और मिजो नेशनल फ्रंट (एमएएफ) तो बीजेपी को ईसाई-विरोधी बता रही हैं? इस सवाल पर लूना कहते हैं कि बीजेपी के संविधान में साफ लिखा है कि वह सकारात्मक धमनिपेक्षता में भरोसा करती है  कांग्रेस पार्टी की तरह एक राष्ट्रीय पार्टी है. उन्होंने बोला कि 30 वर्ष पहले मिजोरम में कांग्रेसी गतिविधियां प्रारम्भ होने के समय उसे भी बाहरी बोला गया था. राज्य में उग्रवाद के चरम पर रहने के दौरान भूमिगत संगठन ने उनके उम्मीदवारों को नामांकन लेटर तक दाखिल नहीं करने दिया था. लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी ने कई बार यहां गवर्नमेंट बनाई है  लोग उसे स्वीकार करने लगे. लूना कहते हैं कि बीजेपी की स्वीकार्यता भी तेजी से बढ़ रही है. पार्टी ने दो पादरियों को भी टिकट दिया है.
लेकिन यहां तो अबकी पहले की तरह मुख्य मुकाबला कांग्रेस पार्टी और एमएनएफ में ही माना जा रहा है. ऐसे में बीजेपी का खाता खुलने की कितनी आसार है? लूना बताते हैं कि साल2013 में पार्टी ने आठ उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था. तब पार्टी को तीन प्रतिशत वोट मिले थे. अबकी हमने 39 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. सरकारी जॉब से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति समय पर नहीं मिलने की वजह से एक उम्मीदवार नामांकन लेटर दाखिल नहीं कर सका. अबकी हम यहां कम से कम 25 सीटें जीतेंगे. वह कहते हैं कि यहां भी त्रिपुरा का नतीजा दोहराया जाएगा. लेकिन बीजेपी और एमएएफ में सीक्रेट साठ-गांठ के आरोप भी लग रहे हैं. लूना का कहना है कि यह दोनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं.