जम्मू से बीजेपी के फायर बिग्रेड नेता अरुण जेटली का गहरा नाता रहा। कई बार नयी दिल्ली में राज्य के हितों के संरक्षक बनकर भी उभरे। विशेष तौर पर जम्मू के हितों की लड़ाई को उन्होंने बखूबी आगे बढ़ाया। अखिल विद्यार्थी परिषद के नेता होने के नाते युवा अवस्था से जेटली अनुच्छेद 370 के विरोध में जम्मू और कश्मीर आते रहे। कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता रहे और पूर्व सांसद स्वर्गीय गिरधारी लाल डोगरा के वह दामाद थे। साल 1982 में गिरधारी लाल डोगरा की बेटी संगीता से शादी के बाद संगीता जम्मू से जेटली का एक विशेष नाता बन गया। वह हर वर्ष उनकी पुण्यतिथि पर प्रोग्राम में शामिल होते थे। इस प्रोग्राम में पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से जेटली जम्मू के निवासियों को समाज और देश के हित के लिए काम करते रहने का संदेश देते आए। आइए जानते है पूरी जानकारी विस्तार से
अरूण जेटली ने प्रदेश के हिताें को लेकर बीजेपी के आंदोलनों में मुख्य किरदार निभाई। साथ ही वह राज्यसभा में विपक्ष के नेता के कार्यकाल के दौरान भी संसदीय दलाें के मेम्बर के रूप में जम्मू के हितों की पैरवी करते रहे। बाद में अटल बिहारी वाजपेयी, नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में वित्त, कानून और रक्षामंत्री के रूप में भी उन्होंने जम्मू और कश्मीर में विकास, सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने में सहयाेग दिया। उनके साथ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आंदोलनों में शामिल रहे विधानसभा के स्पीकर और पूर्व उपमुख्यमंत्री डा निर्मल सिंह का बोलना है कि अरूण जेटली साल 1978 से प्रदेश में सक्रिय रहे। हम उन्हें बीजेपी का चाणक्य कहते थे। ऐसे में जम्मू और कश्मीर में चुनाव के लिए बीजेपी की रणनीति तय करने में उनकी एक विशेष किरदार रही है। उनके सहयोग के कारण ही प्रदेश में बीजेपी लगातार मजबूत होती गई। जम्मू और कश्मीर को देश के साथ मजबूती से जोड़ने में जरूरीभूमिका निभाया।
अपने बयान में डा निर्मल सिंह ने बताया कि अरुण जेटली जम्मू और कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35 ए हटाने की भी लगातार पैरवी करते रहे। ऐसे में वह जम्मू और कश्मीर में राष्ट्रवादी लोगों को मजबूत बनाने के लिए हुए सभी कार्यक्रमों में शामिल होते थे। ऐसे में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद उन्होंने प्रदेश के हितों को पूरा ध्यान दिया। उनके मंत्रालयों ने जम्मू और कश्मीर में विकास को तेजी देने की दिशा में विशेष ध्यान दिया। उनका ससुराल कठुआ जिले के हीरानगर के पैया गांव में है। जम्मू में उनके बहुत ज्यादासम्बन्धी भी हैं। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से खासी प्रभावित उनकी पत्नी संगीता जेटली ने जन कल्याण करने की प्रेरणा दी। ऐसे में निरंतर यहां आती रही जम्मू की बेटी ने समाज के प्रतिनिधियों को भी लोगों के लिए कार्य करने की सलाह दी। उनकी देखरेख में ही स्वर्गीय गिरधारी लाल डोगरा की याद में कार्यक्रमों का आयोजन पारिवारिक ट्रस्ट की ओर से आयोजित किया जाता है।