बजट 2019 : विपक्ष को भायी बजट की ये इस्कीम, जानिए कैसे…

मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल के पहले बजट को भले ही ऐतिहासिक व अर्थव्यवस्था को दिशा देने वाला बता रहा है लेकिन विपक्ष वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट से खुश नहीं है।

कांग्रेस पार्टी ने बजट को दिशाहीन बताते हुए बोला कि इस बजट को 10 में से 2 नंबर ही दिया जा सकता है। कांग्रेस पार्टी नेता कपिल सिब्बल ने पेट्रोल व डीजल के आदाम बढ़ाने के निर्णय का विरोध करते हुए बोला कि सरकार ने आप आदमी को राहत देने की बजाय उसके जेब से पैसा छीन लिया है।

कपिल सिब्बल ने आयकर की सीमा में परिवर्तन नहीं करने के निर्णय पर बोला कि सरकार के पास पैसा ही नहीं है तो वो मध्यम वर्ग को राहत कैसे देगी? लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बजट को ‘ओल्ड वाइन इन न्यू बोटल’ की तरह बताया।

उधर बसपा सुप्रीमों मयावती ने भी बजट को धन्नासेठों के लिए मुफीद बताते हुए बोला कि इस बजट से गरीबों व बेरोजगारों की कठिन बढ़ने वाली है। आदमी पार्टी ने भी बजट के प्रावधानों पर निराशा जताई है। पार्टी नेता संजय सिंह ने बोला कि बजट में किसानों की आय दोगुनी करने व युवाओं के रोज़गार पर इस बजट में कोई बात नहीं कही गई है।

उधर राष्ट्रीय जनता दल की नेता राबड़ी देवी ने भी बजट आम जनता के विरूद्ध बताया। राबड़ी देवी ने बजट के बहाने नरेन्द्र मोदी सरकार पर रेलवे की निजीकरण का आरोप भी लगाया। एनसीपी ने भी को निराश करने वाला बताया। एक तरफ सत्ता पक्ष बजट की तारीफों का पुल बांध रहा है तो दूसरी तरफ विपक्ष ने उसे खारिज़ करने में देर नहीं लगाया। अब सवाल ये है कि अगले एक वर्ष तक अर्थव्यवस्था की रेल पटरी पर किस गति से दौड़ती है व आम आदमी को कितना सकून मिलता है।