पुलवामा हमला: मसूद अज़हर पर तत्काल लगे प्रतिबन्ध

जम्मू व कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए फियादीन आतंकवादी हमले के बाद पूरे राष्ट्र में आक्रोश व्याप्त है. ऐसे में हिंदुस्तान  अमेरिका जल्द ही आतंकवाद के मसले पर एक बार फिर से चर्चा करने की तैयारी कर रहे हैं. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस वार्ता में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मसूद अजहर के मसले को प्रमुखता से रखा जाएगा.

इतना ही नहीं, हिंदुस्तान के ऑफिसर अमेरिका पर इस बात के लिए दबाव भी डालेंगे कि संयुक्त देश सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के तहत आतंकवादी मसूद अज़हर को प्रतिबंधित करने के लिए प्रस्ताव लाया जाए, जो पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले में शामिल है  पाक की पनाह में रहकर लगातार खौफनाक वारदातों की योजना तैयार कर रहा है. उल्लेखनीय है कि हिंदुस्तान  अमेरिका ने 2017 में घरेलू  अंतर्राष्ट्रीय आतंकियों की पहचान के लिए एक नया कंसल्टेशन मेकनिजम लॉन्च किया था. इसका ऐलान पीएम नरेंद्र मोदी की राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से हुई मुलाकात के बाद एक संयुक्त बयान में किया गया था.

आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करने के लिए अमेरिका की तरफ से किए जाने वाले वादों के चलते हिंदुस्तान को भी उससे समर्थन की उम्मीद है. दिलचस्प बात यह है कि यूनाइटेड नेशंस की 1267 समिति ने पहले से ही आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को प्रतिबंधित संगठनों की लिस्ट में डाल रखा है, लेकिन इसके बाद भी समिति मुखिया मसूद अजहर पर अभी तक प्रतिबन्ध नहीं लगा पाई है.