उड़द की दाल का उत्पादन पूरे भारत में होता है। इसे खाने के शौकीन भी देश भर में पाए जाते हैं। उड़द की दाल से जब दाल मखनी बनती है तो इसका स्वाद विदेशों तक याद किया जाता है। पर क्या आप जानते हैं कि उड़द की दाल सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं होती, बल्कि इससे स्पर्म काउंट भी होता है बेहतर।
मेहनतकश लोगों का भोजन
दाल भारत में मेहनतकश लोगों का भोजन मानी जाती है। अब भी गांवों में मेहनत करने वाले लोग बाजरे की रोटी के साथ उड़द की दाल खाना ही पसंद करते हैं। इसकी खासियत यह है कि इसे जिस भी रूप में बनाया जाए यह स्वादिष्ट ही लगती है। सफेद रंग की धुली उड़द दाल हो या साबुत उड़द, हर एक का अपना अलग टेस्ट है।
तासीर होती है ठण्डी
उड़द की दाल की तासीर ठण्डी होती है। इसके बावजूद इसे गर्मी और सर्दी दोनों ही मौसम में बहुत चाव से खाया जाता है। गर्मियों में जहां ठण्डी तासीर के कारण उड़द की दाल पकाई जाती है, वहीं सर्दियों में चने की दाल के साथ मिक्स कर यह बल वर्धक दाल खायी जाती है।
हींग का करें इस्तेमाल
उड़द की दाल के बारे में अकसर यह कहा जाता है कि इससे गैस बनती है। असल में यह दाल वायुकारक होती है। इसलिए इसके बेहतर लाभ लेने के लिए जरूरी है कि इसमें लहसुन और हींग पर्याप्त मात्रा में डाले जाएं।
ये भी हैं लाभ
गंजापन : उड़द दाल को उबालकर पीस लें। रात को सोने के समय सिर पर लेप करें। इससे गंजापन धीरे-धीरे दूर होकर नये बाल आने शुरू हो जाते हैं।
सेक्स क्षमता: उड़द का एक लड्डू रोजाना खाकर उसके बाद दूध पीने से वीर्य बढ़कर धातु पुष्ट होता है और सेक्स ड्राइव बढ़ती है।
नकसीर, सिरदर्द: उड़द दाल को भिगोकर व पीसकर ललाट पर लेप करने से नकसीर व गर्मी से हुआ सिरदर्द ठीक हो जाता है।
फोडे़: फोड़े से गाढ़ी पीव निकले तो उड़द की पट्टी बांधने से लाभ होता है।