पीएम नरेंद्र मोदी काशी भ्रमण के दौरान लोगो को देने इस योजना का लाभ, जानिए कैसे…

आज से बीजेपी का देश भर में सदस्यता अभियान प्रारम्भ हो रहा है। करीब एक महीने के इस अभियान में भाजपा ‘कास्ट नहीं बल्कि क्लास’ पर पर ध्यान दे रही है। यानी जातिगत आधार पर सदस्यता नहीं दी जाएगी बल्कि हर वर्ग को इसमें समेटने की प्रयास होगी।

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भाजपा के इस रुख में परिवर्तन लोकसभा चुनाव के बाद आया है। चुनावी नतीजों के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने जातिगत समीकरणों से ऊपर उठ कर बात करने की पहल की थी। उन्होंने बोला था, ”जनता ने इन चुनाव में एक नयी तस्वीर सामने रखी है। अब इस देश में दो जातियां बची हैं व वही रहने वाली हैं। देश इन दो जातियों पर ही केंद्रित होने वाला है। ये जाति के नाम पर खेल खेलने वालों पर बहुत बड़ा प्रहार हुआ है। हमें 21वीं सदी में इन दोनों को सशक्त करना है। ये दो शक्तियां देश से गरीबी का कलंक मिटा सकती हैं। इस सपने को लेकर हमें चलना है। ‘

भाजपा इसी आधार पर देश भर में सदस्यता अभियान चलाने जा रही है। पार्टी का दावा है कि इस वक्त देश भर में उनके सदस्यों की कुल संख्या 10 करोड़ है। इसमें से 1.34 करोड़ मेम्बर यूपी से ही है। पार्टी यूपी में 40 लाख नए मेम्बर जोड़ना चाहती है। यहां भाजपा का फोकस समाज के निचले तबके पर रहेगा। वो मिडिल क्लास व अपर क्लास से बाहर निकल कर गरीबों तक पहंचना चाहते हैं।

भाजपा की नयी रणनीति पर बात करते हुए पार्टी के एक ऑफिसर ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ”2019 चुनाव के नतीजों ने हमें ये यकीन दिलाया है कि जातिगत सीमाओं को हम पार कर चुके हैं। समाज के हर वर्ग ने हमें वोट दिया। इस परिवर्तन के पीछे की वजह है हमारी गरीबों के हक में प्रारम्भ की गई पॉलिसी। जिस किसी को भी इन सरकारी स्कीम का लाभहुआ उन्होंने जाति को भूला कर भाजपा को वोट दिया। ”

यूपी में भाजपा के प्रवक्ता दिलीप श्रीवास्तव ने कहा, ”सत्ताधारी पार्टी के नाते हमने प्रदेश व केन्द्र में नागरिकों से जाति के आधार पर कभी भी भेद-भाव नहीं किया। हमारी हर स्कीम जैसे कि आयुष्मन भारत, उज्वला या फिर हर किसी के लिए घर में इसकी छाप दिखती है। ”

सूत्रों के मुताबिक़ बनारस में समाज के छोटे तबके जैसे कि मोची, रिक्शा चालक व ठेला लगाने वाले लोगों को सबसे पहले सदस्यता दी जाएगी। देश के बाक़ी हिस्सों में भी यहीं पैटर्न अनुसरण किया जाएगा।

ज्यादा से ज्यादा लोगों को पार्टी से जोड़ने के लिए प्रदेश में बूथों को 8-8 समूहों में बांटा गया है। हर बूथ में करीब 1800 वोटर हैं। लोकसभा चुनाव में भाजपा को इस बार एसपी व बसपाके विरूद्ध धमाकेदार जीत मिली थी। ऐसे में पार्टी अब सदस्यता अभियान के तहत उन इलाकों में ध्यान लगा रही है जहां एसपी व बसपा की परंपरागत मजबूत गढ़ रहे हैं।

सदस्यता अभियान के तहत भाजपा की नज़र पिछड़े व दलित वर्गों पर टिकी हैं। खास कर यादव व जाटव, जोकि भाजपा के साथ लगातार बनी रही। भाजपा के नेता ये दावा करते है कि उन्हें 18 प्रतिशत वोट जाटव यादव के मिले। जबकि आमतौर पर बसपा को वोट देने वाले 16 प्रतिशत वोटर ने भाजपा को वोट दिए।

हालांकि की लेप्ट के नेता इसे एक जुमला कहते हैं। CPI(M)के स्टेट कमेटी मेंमबर प्रोफेसर प्रदीप शर्मा ने कहा, ”बीजेपी को हिन्दुत्व व राष्ट्रवाद के नाम पर जीत मिली है न कि जाति के आधार पर। ”