पहली एकादशी कल, जानें पूजा विधि

षटतिला एकादशी : माघ महीने की पहली एकादशी (कृष्‍ण पक्ष) को षटतिला एकादशी कहा जाता है. षटतिला एकादशी में तिल की पूजा का विधान है. षटतिला एकादशी को 6 किस्म के तिलों का प्रयोग शुभ होता है. तिल से निर्मित चीजों का इस दिन उपयोग करना लाभकारी माना जाता है. यह पर्व हमें तिल के महत्‍व के बारे में भी बताता है.

पंचांग के अनुसार शुभ मुहूर्त :7 फरवरी की सुबह 07:55 बजे से 09:25 बजे तक, सुबह 12:20 बजे से दोपहर 01:05 बजे तक, दोपहर 02:34 बजे से 03:18 बजे तक, शाम 06:05 बजे से 06:30 बजे तक षटतिला एकादशी का उत्‍तम मुहूर्त माना गया है.

कल यानी रविवार (7 फरवरी 2021) को माघ महीने की पहली एकादशी तिथि पड़ रही है. माघ महीने की पहली एकादशी तिथि को षटतिला एकादशी के नाम से भी जाना जाता है.

एकादशी व्रत को सभी व्रत में सर्वश्रेष्‍ठ माना गया है. यह भी माना जाता है कि षटतिला एकादशी पर भगवान विष्णु की भक्तिभाव विधिपूर्वक पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं .

जीवन में आने वाले कष्‍टों से मुक्‍ति मिलती है. महाभारत में एकादशी के महात्‍म्‍य के बारे में बताया गया है. प्रचलित कथा के अनुसार, अर्जुन युधिष्‍ठिर को भगवान श्रीकृष्ण ने एकादशी व्रत के बारे में बखान किया था. फिर धर्मराज युधिष्‍ठिर ने विधिपूर्वक इस व्रत को किया था. कहा जाता है कि एकादशी व्रत से सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है मोक्ष की प्राप्ति होती है.