निधन के बाद अधूरा रह गया कादर खान का ये सपना

मशहूर अभिनेता कादर खान का निधन हो गया है। कादर खान के जाने के बाद उनके चाहने वालों में काफी शोक है। कादर खान ने यूं तो तीन सौ से अधिक फिल्मों में काम किया है, लेकिन यह बहुत कम लोग ही जानते हैं कि वह कुरान शरीफ का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद कर रहे थे और उनके जाने के बाद उनका यह कार्य अधूरा रह गया है।

कादर खान का देवबंद के लोगों से काफी अच्छा ताल्लुक रहा है। वह मुंबई में रहते हुए देवबंद पर नजर रखते थे। देवबंद के रहने वाले बहुत से लोग कादर खान से मुलाकात करने के लिए मुंबई जाया करते थे। कादरखान से जुड़े कुछ रोचक संस्मरणों को साझा करते हुए देवबंद के रहने वाले लेखक कमल देवबंदी के अनुसार कादर खान इस्लाम धर्म पर आधारित पुस्तकों को एकत्रित करने का शौक रखते थे। खास बात यह है कि इस्लाम धर्म से संबंधित पुस्तकों को वह देवबंद से मंगाते थे।

कमल देवबंदी बताते हैं कि जब भी वह मुंबई जाते थे तो कादर खान से उनकी मुलाकात जरूर होती थी। कादर खान से जुड़े एक रोचक तथ्य यह भी सामने आया है कि कादर खान कुरान शरीफ का अनुवाद देश की विभिन्न भाषाओं में कर रहे थे, ताकि जो लोग अरबी और उर्दू नहीं जानते हैं वह लोग भी कुरआन शरीफ का न केवल अध्ययन कर सके, बल्कि कुरान की जानकारी भी हासिल कर सके। एक और खास बात यह है कि कादर खान सदैव मुस्लमानों के विभिन्न फिरकों (पंथ) में बंटे रहने पर हमेशा चिंतित रहते थे।