देश की पहली बिना इंजन वाली ट्रेन पटरियों पर दौड़ेगी 200 KMPH स्पीड से

अब तक जो भारतीय ट्रेनों को लेकर कम स्पीड की दुहाई दी जाती थी, वो जल्द ही बीते समय की बात हो जाएगी. देश की पहली बिना इंजन वाली 200 KMPH तक की स्पीड वाली ट्रेन T-18 अगले महीने से पैसेंजरों को लेकर पटरियों पर दौड़ सकती है. हालांकि पहले यह माना जा रहा था कि इस ट्रेन को इसी साल चलाया जाएगा, अब रेल मंत्रालय ने ये संकेत दिया है कि जनवरी के पहले पखवाड़े में यह ट्रेन पैसेंजरों के लिए चलाई जाएगी. फिलहाल इस ट्रेन को दिल्ली और वाराणसी के बीच ही चलाने की योजना है.

इस ट्रेन को पूरी तरह सेवा में लाने के लिए सभी जरूरी तैयारियां की जा रही हैं. बताया जा रहा है कि शताब्दी और राजधानी की तरह ही टी-18 को भी अलग से नाम देने की योजना है. इस ट्रेन को 130 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पर चलाने के लिए कमिश्नर रेलवे सेफ्टी अपनी मंजूरी दे चुके हैं. रेल मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि बाद में धीरे-धीरे इसकी स्पीड को 160 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाया जाएगा.

देखिए देश में बनी इस ट्रेन की कुछ खास तस्वीरें-

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर एक वीडियो जारी किया, जिसमें T-18 अपने ट्रायल पर 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ती हुई नजर आई. वीडियो में स्पीडोमीटर 180 तक पहुंचते हुए देखा जा सकता है.

इसी साल 14 नवंबर को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर ट्रेन 18 को मीडिया के सामने पेश किया गया.

शताब्दी और राजधानी ट्रेनों की तरह ही ट्रेन-18 को भी अलग से नाम दिया जाएगा.

मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत बनाई गयी है ट्रेन-18

ट्रेन-18 भारत का पहला ट्रेनसेट है, जिसकी लागत 100 करोड़ रुपये है. ये बहुत हाई-टेक, एनर्जी-एफिशिएंट और इंजन रहित ट्रेन है.

ट्रेन का इंटीरियर बिलकुल अलग और बेहद आकर्षक है.

ट्रेन की सीट बहुत आरामदायक है.

भारत की पहली ट्रेनसेट के एरोडायनामिकली डिजाइन किए गए ड्राइवर केबिन का एक नजारा.

ट्रेन-18 में आधुनिक ‘जीरो डिस्चार्ज बायो वैक्यूम’ टॉयलेट का इस्तेमाल किया गया है.