दूषित पानी पीने से बीमार होने वालों का आंकड़ा 150 के पार, 14 लोगों की हालत गंभीर

राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के विरावली गांव में दूषित पानी पीने से 150 से अधिक लोगों की तबीयत बिगड़ गई है। इससे प्रशासन में हडकंप मचा हुआ है। चिकित्सकों की टीम गांव में भेजी गई, जहाँ लोगों का इलाज किया गया। यहाँ से 101 लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें 14 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। दूषित पानी पीने से बीमार होने वालों का आंकड़ा शुक्रवार को 150 से ज्यादा पहुंच गया है, जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती नहीं कराया गया है, उनका घर पर ही इलाज चल रहा है।

गांव विरावली का मामला
दरअसल, प्रतापगढ़ जिले के अरनोद उपखंड क्षेत्र की विरावली पंचायत के चाचाखेड़ी रोड पर रैदास मोहल्ले में राजस्थान सरकार ने पनघट योजना के तहत पेयजल टंकी लगवा रखी है। इसके पास ही स्थित ट्यूबवेल में गन्दा पानी जा रहा था। जिस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। यह पानी ट्यूबवेल से पनघट में आ रहा था और लोग इसे पी रहे थे। जब लोगों ने यह पानी पीया तो एकाएक सब बीमार पड़ गए। घटना के बाद एसडीएम विजयेश पंड्या और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और जानकारी ली। फिलहाल पीड़ितों का उपचार चल रहा है और 14 गंभीर बताए जा रहे हैं।

डोर टू डोर करवाया सर्वे

गुरुवार दोपहर को मामला सामने पर सीएमएचओ, एसडीएम सहित अन्य अधिकारी गांव पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी लेने के साथ ही डोर-टू-डोर सर्वे करते हुए दवाइयां वितरित की। बीमारी फैलने के पीछे प्रथम दृष्टया मोहल्ले में लगी पनघट योजना की ट्यूबवेल के पास फैली गंदगी को माना जा रहा है। पनघट के पास नाले के पानी में कांई के साथ ही मच्छर का लार्वा भी पैदा हाे रहा था।

चिकित्सा विभाग की टीम तैनात

प्रतापगढ़ सीएमएचओ डॉ. वीके जैन ने बताया कि चिकित्सा विभाग ने टीम गांव मे तैनात कर दी है, जो घर-घंर जाकर सर्वे करने के साथ ही दवाइयां भी वितरित कर रही है। प्रथम दृष्टया ट्यूबवेल का दूषित पानी पीने से बीमार होने की बात सामने आ रही है। पानी का सैंपल ले लिया है। जांच के बाद ही वास्तविक स्थिति सामने आ पाएगी।