दिल्ली की सीमाओं पर बढ़ी सुरक्षा , किसान ट्रैक्टर में बैठकर करने जा रहे…

किसानों के ट्रैक्टर मार्च से पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एक बार फिर भरोसा जताया कि विरोध कर रहे किसान देश के बाकी किसानों के हित को समझेंगे और मान जाएंगे।

 

बता दें कि केंद्र सरकार इसी प्रयास में है कि कानूनों को रद्द किए बिना ही संशोधन करके किसानों का ये आंदोलन समाप्त हो जाए। यही कारण है कि लागातर किसानों से बात कर मामले को सुलझाने के बात सरकार की ओर से की जा रही है।

बीच रास्ते में जहां दोनों तरफ के किसान आपस में मिलेंगे वहीं एक सभा आयोजित की जाएगी। इस तरह बहादुरगढ़, टिकरी बॉर्डर पर बैठे किसान सिंघु बॉर्डर की ओर चलेंगे और सिंघु बॉर्डर के किसान टिकरी बॉर्डर की ओर चलेंगे। इस ट्रैक्टर मार्च में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत दिल्ली और आसपास के हजारों किसान शामिल होंगे।

किसानों के ट्रैक्टर मार्च में बड़ी संख्या में महिलाएं ट्रैक्टर चलाते हुए दिखेंगी। किसान नेताओं ने बताया कि ढाई सौ महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। जो इस मार्च में शामिल होंगी। इनमें ज्यादातर पंजाब और हरियाणा की महिलाएं होंगी। यही महिलाएं 26 जनवरी के प्रस्तावित किसान गणतंत्र परेड की अगुवाई भी करेंगी।

इसे 26 जनवरी के किसान गणतंत्र दिवस परेड का रिहर्सल भी कहा जा रहा हैष किसान बीते 42 दिनों से दिल्ली की सीमा को घेरे बैठे हैं। किसानों ने अपनी पूर्व घोषित योजना के मुताबिक बुधवार से देशभर में जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है। साथ ही गुरुवार को सुबह 11:00 बजे ट्रैक्टर मार्च करेंगे।

किसान नेता धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि गाजीपुर बॉर्डर घेर कर बैठे उत्तर प्रदेश उत्तराखंड के किसान अपनी ट्रैक्टर ट्रॉली से राजमार्ग 24 से डासना के रास्ते पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से पलवल की ओर चलेंगे। तो पलवल सीमा पर बैठे किसान गाजीपुर की ओर रवाना होंगे।

पहले किसान पलवल तक ट्रैक्टर रैली निकालते थे लेकिन अब वे नोएडा तक ही जाएंगे और गाजीपुर लौटेंगे। पर्याप्त पुलिस बल तैनात, वीडियो रिकॉर्डिंग की जा रही है: शैलेन्द्र कुमार सिंह, एडीएम (सिटी), गाजियाबाद जिला, उत्तर प्रदेश

आज, हमारी ट्रैक्टर रैली डासना, अलीगढ़ रोड तक जाएगी और फिर गाजीपुर लौट जाएगी। यह 26 जनवरी को एक समान रैली के लिए पूर्वाभ्यास है। केंद्र सरकार के साथ अगले दौर की वार्ता कल आयोजित की जाएगी: राकेश टिकैत, गाजीपुर सीमा पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता

नए कृषि सुधार कानूनों (New Farm Laws) के खिलाफ आंदोलनरत किसान आज यानी गुरुवार 7 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च (Farmers Tractor March) निकालकर अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे।

8 जनवरी को प्रस्तावित आठवें दौर की वार्ता से 24 घंटे पहले यह ट्रैक्टर मार्च किसानों की अपनी मांग मनवाने के लिए सरकार पर दबाव बनाने का हथकंडा माना जा रहा है।