खराब हिप इम्प्लांट के मामले में 11 सांसदों ने को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में जॉनसन एंड जॉनसन के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की गई है। सांसदों की तरफ से लिखी गई चिट्ठी में बोला गया कि गवर्नमेंट ने बेकार हिप इम्प्लांट पीड़ितों के लिए मुआवज़ा तय कर अच्छा कदम उठाया है। लेकिन गवर्नमेंट को जॉनसन एंड जॉनसन के विरूद्ध कदम उठाकर ये तय करना चाहिए कि भविष्य में कोई व कंपनी ऐसा कार्य न करे। साथ ही पीड़ितों के साथ न्याय हो। जिन 11 सांसदों ने चिट्ठी लिखी है उसमें 7 सांसद शिवसेना के हैं।
इन सांसदों ने लिखी चिट्ठी
जिन सांसदों ने चिट्ठी लिखी है उसमें डॉ। धर्मवीर गांधी, करण सिंह यादव, कुंवर हरिवंश सिंह, बीएन चंद्राप्पा, चंद्रकांत खैरे, हेमंत गोडसे, राहुल शेवाले व अरविंद सावंत का नाम है।प्रतापराव जाधव व विनायक राउत ने भी इसी मामले पर जेपी नड्डा को चिट्ठी लिखी है। जॉनसन एंड जॉनसन पर आरोप है कि उसके बेकार हिप इम्प्लांट की वजह से मरीजों को दोबारा सर्ज़री करानी पड़ी। जबकि कई मामलों में लोग विकलांगता की स्थिति में पहुंच गए।
सरकार ने इस मामले पर एक समिति बनाई थी जिसने मुआवजे का फॉर्मूला सुझाया था। गवर्नमेंट की ओर से जारी फॉर्मूले के मुताबिक एक करोड़ 22 लाख रुपये तक का मुआवज़ा पीड़ितों को मिल सकता है। हालांकि फॉर्मूले के हिसाब से कम आयु व विकलांगता का फीसदी ज्यादा होने पर ज्यादा मुआवजा मुमकिन था।