जानिए छुट्टी के दिन भी इस नेता ने संभाला कामकाज

रेड कारपेट, फूलों से सजा गेट नंबर चार  गृहमंत्री का ऑफिस सब कुछ शनिवार को खास नजर आ रहा था. नॉर्थ ब्लॉक के गलियारे में कौतूहल और गहमागहमी के बीच 12 बजकर 20 मिनट के आसपास देश के नए गृहमंत्री अमित शाह मंत्रालय में कार्यभार ग्रहण करने पहुंचे तो सत्ता में उनकी धमक का एहसास बखूबी हो रहा था. छुट्टी के बावजूद नॉर्थ ब्लॉक में उपस्थित कर्मी अपने मोबाइल कैमरों में शाह की तस्वीर कैद करने को उत्सुक थे.

सीढ़ियों से चढ़ते हुए शाह ने वहां पर लगे देश के पूर्व गृहमंत्री सरकार वल्लभभाई पटेल के चित्र को सिर उठाकर निहारा. लोगों का अभिवादन स्वीकार करते हुए कार्यभार ग्रहण करने के लिए अपने दफ्तर में चले गए. बीजेपी को प्रचंड जीत दिलाने वाली जोड़ी में से एक शाह का गृहमंत्री के रूप में अंदाज और कार्य कैसा होगा यह चर्चाएं भी शुरु हो गईं.

राज्यमंत्रियों की मौजूदगी में पदभार संभाला
गृहमंत्री शाह ने अपने दो राज्यमंत्रियों जी किशन रेड्डी  नित्यानंद राय की मौजूदगी में अपना पद संभाला. गृह सचिव राजीव गौबा, आईबी के निदेशक राजीव जैन सहित तमाम अधिकारी उनकी अगवानी के लिए उपस्थित थे.

 

भारत की सुरक्षा, जनकल्याण प्राथमिकता
पद संभालने के बाद अपने पहले ट्वीट में गृहमंत्री अमित शाह ने खुद पर भरोसा करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया. उन्होंने बोला कि देश की सुरक्षा  जनता का कल्याण नरेन्द्र मोदी सरकार की प्रमुख प्राथमिकताएं हैं. वह इन सभी प्राथमिकताओं को अमलीजामा पहनाने का भरपूर कोशिश करेंगे.

 

चुनौतियों से निपटने पर होंगी निगाहें
शाह ने सुरक्षा को अहमियत बताया. मंत्रालय के अधिकारियों से हुई परिचय मुलाकात में भी उनकी यही अहमियत नजर आईं. आतंकवाद का खात्मा  कट्टरपंथ को रोकने के अतिरिक्त कश्मीर में पूरी तरह शांति और विकास  नक्सल के मोरचे पर चुनौतियों से निपटने में शाह के कौशल पर सबकी निगाह होगी.

 

शाह का नाम आते ही चुनौतियां खत्म: नित्यानंद
पदभार संभालने के बाद गृहराज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बोला कि जहां अमित शाह का नाम हो वहां चुनौतियां खत्म हो जाती हैं. माना जा रहा है कि सोमवार से गृहमंत्री के सामने गृहमंत्रालय के तमाम विभागों का प्रजेंटेशन दिया जाएगा.

शुरू हुआ मुलाकातों का सिलसिला
गृहसचिव राजीव गौबा  आईबी निदेशक राजीव जैन के अतिरिक्त सचिव सीमा प्रबंधन बीआर शर्मा ने नए गृहमंत्री को मंत्रालय से जुड़ी जानकारी दी. शाह के पद संभालने के बाद सबसे पहले मिलने वालों में केरल के गवर्नर पी सदाशिवम शामिल थे. केरल ऐसा प्रदेश है जहां बीजेपी और संघ कार्यकर्ताओें की हत्याओं को लेकर बीजेपी ने अमित शाह की प्रतिनिधित्व में आक्रामक अभियान चलाया था. महाराष्ट्र के गवर्नर सी विद्यासागर राव, जम्मू और कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी गृहमंत्री से मिले.

कश्मीर के दशा से अवगत कराया
जम्मू और कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने शाह को प्रदेश में सुरक्षा दशा  अमरनाथ यात्रा की तैयारियों के बारे में अवगत कराया. मीटिंग 15 मिनट तक चली. गवर्नर ने बोलाकि उन्होंने गृह मंत्री को प्रदेश की सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दी है  बोला है कि चुनाव आयोग विधानसभा चुनाव कराने के बारे में विचार करे. जम्मू और कश्मीर में जून 2018 में महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के गिरने के बाद से गवर्नर शासन है. प्रदेश में गवर्नर शासन की अवधि तीन जुलाई को खत्म हो रही है. बाद में मलिक पीएम नरेंद्र मोदी से भी मिले.

राजनाथ से मिले शाह
पद ग्रहण करने से पहले अमित शाह ने प्रातः काल देश के नए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की थी. राजनाथ पीएम मोदी के बाद सरकार में सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं. इन सभी मुलाकातों को शिष्टाचार भेंट बताया गया.