जानिए आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुआ मेरठ का लाल, सीएम योगी ने जताया दुख

शहीद अनिल तोमर के पिता भोपाल सिंह का कहना है कि अनिल तोमर 18 दिसम्बर को ही छुट्टी से वापस अपनी ड्यूटी पर गए थे। उनका छोटा बेटा सुनील तोमर भी सेना में तैनात है। वह इस समय राजस्थान के श्रीगंगा नगर में तैनात है। सुनील छुट्टी लेकर श्रीनगर पहुंच गए हैं और शहीद भाई की पार्थिव देह के साथ मंगलवार शाम तक गांव आएंगे।

प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शहीद जवान अनिल तोमर के शौर्य और वीरता को नमन करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सीएम ने शहीद के परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, एक परिजन को सरकारी नौकरी देने और जिले की एक सड़क का नाम शहीद अनिल तोमर के नाम पर करने की घोषणा की।

मेरठ जनपद के गढ़ रोड स्थित सिसौली गांव निवासी अनिल तोमर 44वीं राष्ट्रीय राइफल्स में हवलदार के पद पर तैनात थे। शनिवार को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के कनिगाम गांव में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सेना के जवान सर्च ऑपरेशन में जुटे हुए थे।

आतंकियों से हुई मुठभेड़ में हवलदार अनिल तोमर बुरी तरह जख्मी हो गए थे। उन्हें श्रीनगर के 92 बेस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां पर अनिल तोमर ने अंतिम सांस ली। सिसौली के लाल की शहादत की खबर मिलते ही पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई।

शहीद के घर पर सांत्वना देने वाले लोग उमड़ पड़े। शहीद के परिवार में उनकी पत्नी संगीता और दो बच्चे है। बेटी तान्या कक्षा छह में और छोटा बेटा लक्ष्य तोमर कक्षा चार में पढ़ता है।

सीएम योगी ने शोपियां, जम्मू और कश्मीर में आतंकी हमले में मेरठ निवासी सेना के शहीद जवान अनिल तोमर के शौर्य और वीरता को नमन करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।

साउथ कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में जख्मी हुए मेरठ निवासी आर्मी के हवलदार ने दम तोड़ दिया। शहीद का पार्थिव शरीर मंगलवार शाम तक तक पहुंचेगा। इस खबर से पूरे गांव में शोक में डूब गया।