साउथ चीइना सी पर चीन अपना दावा करता रहता है। वहीं अमेरिका ने अपनी इस कार्रवाई के बाद कहा कि उसके युद्धपोत रूटीन ऑपरेशन के तहत गश्त पर निकले हैं ताकि समुद्र की स्वतंत्रता बनी रहे।
अमेरिकी नौसेना के अधिकारी और समंदर में मौजूद स्ट्राइक ग्रुप के कमांडर रियर एडमिरल डाउग वेरीसिमो ने कहा कि साउथ चाइना सी में हम रूटीन ऑपरेशन कर रहे हैं और समंदर की स्वतंत्रता को सुनिश्चित करने के अलावा अपने साझेदारों और सहयोगियों को भरोसा दिला रहे हैं।
दरअसल, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी है कि शनिवार को चीन के फाइटर जेट ताइवान के एयर सीमा पर प्रवेश कर गए। बताया जा रहा है कि इसमें चीन के 8 बॉम्बर प्लेन थे और 4 फाइटर जेट थे, जिन्हें ताइवान के एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन में डिटेक्ट किया गया।
वहीं अमेरिका ताइवान को सहयोग कर रहा है और चीन से लगातार ताइवान पर दबाव न डालने को लेकर अपील कर रहा है। इसी कड़ी में चीन के फाइटर जेट के ताइवान सीमा में दिखने के तुरंत बाद अमेरिका के युद्धपोत दक्षिण चीन सागर में पहुंच गए।
चीन लगातार अपनी सीमा विस्तार नीति के जरिये दूसरे देशों, ख़ास कर अमेरिका से टकरा रहा है। पहले तो चीन के लड़ाकू विमान ताइवान में डिटेक्ट किये गए, जिसपर अमेरिका ने नाराजगी जताई और चीन को ताइवान पर दबाव बनाना बंद करने की नसीहत दे डाली, वहीं अब अमेरिका ने चीन-ताइवान की टकरार के बीच साउथ चीन सी में युद्धपोत उतारें हैं।