चीन ने पाकिस्तान को दिया ये बड़ा झटका, अब क्या करेंगे इमरान खान

पाकिस्तानी अधिकारी ने ये भी कहा कि चीन ने पाकिस्तान की वित्तीय स्थिति की सही स्थिति जानने के लिए अतिरिक्त गारंटी का मुद्दा उठाया है. बता दें कि पाकिस्तान ने त्र-20 देशों से खराब वित्तीय स्थिति का हवाला देते हुए कर्ज में राहत की मांग की है. जी-20 देशों में दुनिया के सबसे गरीब देश शामिल हैं.

 

पाकिस्तान के आर्थिक मामलों के मंत्रालय ने कहा है कि इस प्रोजेक्ट से संबंधित 6 अरब डॉलर के चीन से लिए जाने वाले लोन पर तीसरे दौर की बातचीत के बाद स्थितियां साफ होंगी. हालांकि पाकिस्तान को उम्मीद थी कि चीन रेल प्रोजक्ट के लिए 1 फीसदी ब्याज दर पर 10 साल के लिए लोन दे देगा.

इस बातचीत में शामिल एक पाक अधिकारी ने बताया कि इस मीटिंग के दौरान अतिरिक्त गारंटी का मुद्दा उठाया गया था, लेकिन पाकिस्तान के साथ शेयर किए गए ड्रॉफ्ट मिनट में इसका कोई जिक्र नहीं किया गया. यानी इस मुद्दे पर लिखित रूप से कोई दस्तावेज नहीं है.

फिलहाल इस ड्रॉफ्ट मिनट में अभी तक दोनों देशों ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं. रूरु-1 प्रोजेक्ट के तहत पाकिस्तान में पेशावर से कराची तक 1,872 किमी लंबी रेलवे लाइन को दोहरा और अपग्रेड किया जाना है. यह प्रोजेक्ट चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर के दूसरे चरण का सबसे अहम हिस्सा है.

पाकिस्तान की वित्तीय हालत काफी खस्ता हो गई है. अब तो उसके परम मित्र चीन को भी उसकी आर्थिक स्थिति से भरोसा उठ गया है. तभी उसने पाक में रेल प्रोजेक्ट पर दी जाने वाली रकम के लिए अतिरिक्त गारंटी की मांग कर दी है. दरअसल मामला कुछ यूं है कि पाकिस्तान में रेल मेन लाइन वन (एमएल-1) प्रोजक्ट के लिए पाक को 6 अरब डॉलर की जरूरत है.

जिस पर चीन ने मंजूरी देने से पहले लोन पर अतिरिक्त गारंटी की मांग की है. इस्लामाबाद के सस्ते लोन की उम्मीद के विपरीत चीन ने इस रेल प्रोजकेट के लिए कमर्शियल और कन्सेशनल लोन का मिला-जुला प्रस्ताव भी रखा है.

द एक्सप्रेस ट्रिब्युन न्यूज पेपर ने आधिकारिक दस्तावेजों के हवाले से जानकारी दी है कि 10 दिन पहले (13 दिसंबर ) को इस प्रोजेक्ट के लिए पैसे जुटाने के संबंध में हुई जॉइट एमएल-1 फाइनेंसिंग कमेटी मीटिंग में एडिशनल गारंटी का मुद्दा उठाया गया था.