चीन ने किया इस देश पर हमला, मिसाइल की जगह दागा ये…

इसके अलावा विस्तारवादी चीन की नजर लंबे समय से भूटान के सकतेंग वन्यजीव अभयारण्य पर भी टिकी हुई है। बता दें कि चीन ने भूटान में मौजूद अभयारण्य पर अपने हालिया दावे का बचाव करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच अभी सीमांकन नहीं हुआ है और उसने सीमा विवाद को सुलझाने के लिये ‘पैकेज समाधान’ पेश किया है। चीन ने हाल ही में वैश्विक पर्यावरण केन्द्र परिषद में अभयारण्य पर अपना दावा जताते हुए इस इसके वित्तपोषण का विरोध किया था।

 

अभयारण्य पर दावे के बारे में पूछे जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने यहां मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि अभी दोनों देशों के बीच सीमांकन नहीं हुआ है।

बता दें कि इस गांव को लेकर चीन और भूटान के बीच शुरू से ही काफी विवाद की स्थिति बनी रही है। ऐसे में अब चीन के समाचार पत्र का कहना है कि पांग्डा गांव को नया बसाया गया है.

वहीं दूसरी और सैटलाइट की तस्वीरें साफ बयां करती हैं कि डोकलाम पठार के पूर्वी इलाके में भूटान की सीमा के दो किलोमीटर भीतर गांव बसाने के अलावा चीन ने इसी इलाके में 9 किमी तक एक सड़क का भी निर्माण किया है। भारत में भूटान के राजदूत ने इस गांव के निर्माण को लेकर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा है कि यह गांव उनके सीमा में आता है।

पूर्वी लद्दाख में जारी सीमा विवाद (Border dispute) के बीच आए दिन भारत के प्रति जहर उगलने वाले चीन (China) के सरकारी मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स (Global times) ने चीन की विस्तारवादी सोच का अनजाने में बड़ा खुलासा कर दिया है।

ग्लोबल टाइम्स ने माना है कि भूटान की जमीन पर कब्जा कर चीन ने वहां पांग्डा गांव बसाया है। इसके साथ ही समाचार ने दावा किया है कि भूटान की सीमा से सटा ये गांव पांग्डा चीन की सीमा में आता है। ग्लोबल टाइम्स भूल गया कि जो तस्वीरें उसने जारी की हैं, उनसे स्पष्ट होता है कि चीन का ये गांव विवादित इलाके में बसाया गया है।