चीन के खिलाफ इस देश ने छोड़ा युद्ध, पूरी ताकत के साथ दागी मिसाइल

ब्रिटेन के अधिकारी कई महीने पहले से क्वीन एलिजाबेथ एयरक्राफ्ट कैरियर के एशिया में तैनाती की संकेत दे रहे थे, लेकिन पहली इसकी तैनाती को लेकर आधिकारिक पुष्टि हुई है।

 

पीएम बोरिस जॉनसन ने इसे के बारे में बयान दिया है। ब्रिटेन का यह कदम चीन को एक साफ संदेश देने की है। हॉन्ग कॉन्ग को लेकर चीन और ब्रिटेन में खूब जुबानी जंग हुई है।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि अगले साल एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ दो दशकों के लिए हमारी सबसे महत्वाकांक्षी तैनाती पर भूमध्य सागर, हिंद महासागर और पूर्वी एशिया जाएगी। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा है कि इस दौरान यह एयरक्राफ्ट कैरियर ब्रिटिश और गठबंधन सेना को जरूरी सहायता भी उपलब्ध कराएगी।

जानकारों का कहना है कि ब्रिटेन के चीन के नजदीक युद्धाभ्यास करने से दोनों देशों के बीच और तनाव बढ़ सकता है। इस युद्धाभ्यास में ऑस्ट्रेलिया और कनाडा को भी निमंत्रण दिया जा सकता है। इन दोनों देशों से भी चीन से तनाव चल रहा है।

इस एयरक्राफ्ट करियर पर एफ-35बी लाइटनिंग फाइटर जेट के दो स्क्वाड्रन, स्टेल्थ लड़ाकू विमान, दो टाइप 45 श्रेणी के डिस्ट्रॉयर, दो टाइप 23 फिग्रेट, दो टैंकर और हेलिकॉप्टर्स का बेड़ा तैनात हैं।

ब्रिटेन ने आक्रामक चीन को सबक सिखाने के लिए बड़ी तैयारी कर रहा है। अगले साल ब्रिटिश नौसेना अपने सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट कैरियर एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ को पूरे फ्लीट के साथ एशिया में चीन के पास तैनात करेगा। यह एयरक्राफ्ट कैरियर दक्षिण चीन सागर में चल रहे तनाव के बीच अमेरिका और जापान की सेना के साथ युद्धाभ्यास करेगा।