चीन की घेराबंदी करेंगा यह देश, तैनात की ये खतरनाक मिसाइल

ईस्‍ट चाइना सी पर जिस तरह से चीन अपनी गतिविधियों को बढ़ा रहा है, उससे जापान खासा चिंतित है. चीन लगातार जापान के सेनकाकू द्वीप पर घुसपैठ करने मे लगा हुआ है..

 

साथ ही चीन में दियाओयू द्वीप पर भी उसकी नौसेना की गतिविधियां बढ़ गई हैं. ओकिनावा द्वीप एक श्रंखला के तहत आता है और जापान से गुजरता हुआ फिलीपींस तक जाता है.

ये द्वीप श्रंखला चीन की विस्‍तारवादी नीतियों को रोकने में लगे हुए हैं. वॉशिंगटन स्थित अमेरिकी एंटरप्राइजेज इंस्‍टीट्यूट में रिसर्च फेलो जैक कूपर कहते हैं, ‘जापान के दक्षिणी पश्चिमी द्वीपों को बचाने के लिए लंबी दूरी के सिस्‍टम की जरूरत है क्‍योंकि ये द्वीप एक बड़ा इलाका कवर करते हैं और जापान को इसे कवर करने की जरूरत है.’

जापान के रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने एक प्रेस कॉन्‍फेंस में प्‍लान के बारे में बताया. उन्‍होंने कहा, ‘हमारे दक्षिणी पश्चिमी द्वीपों के आसपास सुरक्षा का माहौल काफी मुश्किल हो गया है.

हमें सही तरह से जवाब देने की जरूरत है.’ जापान की मीडिया के मुताबिक ये मिसाइलें जापान की उस रणनीति को ही आगे बढ़ाएंगी जिसे एंटी-एक्‍सेस एरिया डिनायल (A2AD) के तौर पर जाना जाता है.

इसका मतलब यह हुआ कि जापान विदेशी सेनाओं को अपनी जल सीमा में मुक्‍त होकर संचालन नहीं करने देगा जो उसकी सीमा के करीब हो. जापान के पीएम योशिहिदे सुगा ने जब से सत्‍ता संभाली है तब से लेकर अब तक यह उनकी सबसे बड़ी रक्षा नीति है और सबसे बड़ा फैसला है. जापान के पास हवा से लॉन्‍च होने वाली ऐसी मिसाइलें हैं जो नॉर्थ कोरिया में मिसाइल साइट्स को निशाना बना सकती हैं.

इसके अलावा जापान अब दूसरे हथियारों जैसे क्रूज मिसाइलों को विकसित करने के बारे में सोच रहा है. ये ऐसे हथियार होंगे जो चीन में तबाही मचा सकते हैं.

जापान की सरकार ने शुक्रवार को दुश्‍मन चीन के खिलाफ एक खतरनाक प्‍लान का खुलासा किया है. जापान की सरकार ने ऐलान किया है कि देश में अब उन एंटी-शिप मिसाइलों को तैयार किया जाएगा जो दूरी के बावजूद दुश्‍मन की वॉरशिप्‍स को निशाना बना सकती हैं.

जापान की सुगा सरकार ने कहा है कि ये मिसाइलें ईस्‍ट-चाइना सी के करीब ओकिनावा द्वीप श्रंखला के करीब दुश्‍मन की किसी भी हिमाकत का जवाब दे सकती हैं. ईस्‍ट चाइना सी, जापान का वह हिस्‍सा है जिस पर चीन भी अपना दावा जताता है.