गुजरात में हिंदीभाषी प्रवासियों पर हमले के बाद उनके पलायन को देखते हुए राज्य के औद्योगिक इलाकों में अलावा सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। इस मामले में सियासी आरोप-प्रत्यारोप के बीच राज्य गवर्नमेंट ने सोमवार को उनसे लौटने की अपील की। गुजरात के CM विजय रुपाणी ने लोगों से हिंसा में शामिल नहीं होने की अपील की। वहीं राज्य गवर्नमेंट ने प्रवासियों को सुरक्षा का आश्वासन देते हुए बोला कि हमलों के विषय में 431 लोगों को अरैस्ट किया गया है व 56 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं।
रुपाणी ने दावा किया कि पिछले 48 घंटों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। उन्होंने बोला कि पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया है। उन्होंने बोला कि पुलिस के गहन प्रयासों के कारण स्थिति नियंत्रण में है औैर पिछले 48 घंटों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। उन्होंने राजकोट में संवाददाताओं से कहा, “हम कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं व कठिनाई की स्थिति में लोग पुलिस को बुला सकते हैं। हम उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएंगे। ” यूपी व बिहार के मुख्यमंत्रियों- क्रमश: योगी आदित्यनाथ व नीतीश कुमार तथा केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने रुपाणी से बात की व हमलों को लेकर चिंता जताई।
पुलिस ने बताया कि 28 सितंबर को साबरकांठा जिले में 14 महीने की एक बच्ची के साथ कथित दुष्कर्म के बाद छह जिलों में हिंदीभाषी लोगों पर हमलों की कई घटनाएं हुई हैं। पुलिस ने इस घटना के विषय में बिहार के एक श्रमिक रवींद्र साहू को अरैस्ट किया है।
उत्तर इंडियन विकास परिषद के अध्यक्ष महेशसिंह कुशवाह ने दावा किया कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश व बिहार के करीब 20 हजार लोग गुजराज से बाहर चले गए हैं। इस मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया व नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के एक नेता ने कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को लेटर लिखकर आरोप लगाया कि गुजरात में बिहार के लोगों के विरूद्ध हिंसा के लिए उनकी पार्टी दोषी है।
जेडीयू प्रवक्ता व विधान पार्षद नीरज कुमार ने आरोप लगाया, “आपने गुजरात के कांग्रेस पार्टी विधायक अल्पेश ठाकुर को बिहार कांग्रेस पार्टी का सहप्रभारी नियुक्त किया व उनकी सेना (गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना) बिहार के लोगों को गुजरात से बाहर करने में जुटी है। ”
विपक्षी कांग्रेस पार्टी का नाम लिए बिना प्रदेश के गृह मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने बोला कि यह पता लगाने के लिए कोशिश किए जा रहे हैं कि क्या ये (हमले) उन लोगों की साजिश है जो 22 वर्ष से गुजरात की सत्ता से बाहर हैं। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अहमद पटेल ने हालांकि ठाकोर को क्लीनचिट देते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी गवर्नमेंट मामले का राजनीतिकरण कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात में उत्तर इंडियन लोगों पर हमले को ‘पूर्णत: गलत’ करार दिया बोला कि वह पूरी तरह से इसके विरूद्ध हैं। गांधी ने ट्वीट कर कहा, “ग़रीबी से बड़ी कोई दहशत नहीं है। गुजरात में हो रहे हिंसा की जड़ वहां के बंद पड़े कारख़ाने व बेरोज़गारी है। व्यवस्था व अर्थव्यवस्था दोनो चरमरा रही हैं। ” उन्होंने कहा, “प्रवासी श्रमिकों को इसका निशाना बनाना पूर्णत ग़लत है। मैं पूरी तरह से इसके ख़िलाफ़ खड़ा रहूंगा। ”
पुलिस ने हमलों के सिलसिले में ठाकोर सेना के कई सदस्यों को अरैस्ट किया है व कई प्राथमिकियों में संगठन का भी नाम लिया गया है। संगठन के अध्यक्ष व कांग्रेस पार्टी विधायक अल्पेश ठाकोर ने आरोप लगाया है कि समुदाय के युवकों को फंसाया जा रहा है। काग्रेस नेता संजय निरूपम ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है व बोला कि यह याद रखा जाना चाहिए कि उन्हें यूपी के वाराणसी से चुनाव लड़ना है। मोदी लोकसभा में वाराणसी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
नीतीश कुमार ने बच्ची के साथ बलात्कार की निंदा की व बोला कि क्राइम करने वाले को निश्चित तौर पर दंडित किया जाना चाहिए। लेकिन अन्य लोगों के विषय में समान धारणा नहीं रखनी चाहिए। नीतीश ने कहा, ‘‘हमारी गुजरात के CM व वहां के मुख्य सचिव से वार्ता हुई है। हमारे मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक लगातार उनके संपर्क में हैं। ’’ आदित्यनाथ ने बोला कि रुपाणी ने उनसे बोला कि उनकी गवर्नमेंट ने सभी के लिए सुरक्षा सुनिश्चित की है तथा सबका स्वागत है। उन्होंने बोला कि गुजरात एक शांतिप्रिय राज्य है व वे लोग अफवाहें फैला रहे हैं जो वहां का विकास मॉडल पसंद नहीं करते।