गंजेपन की समस्या को चुटकियों में करें दूर करेंगे ये 3 योग

बाल झड़ने के आंतरिक और बाहरी कारकों में शामिल हैं, तनाव, खानपान की खराब आदतें, हार्मोनल असंतुलन, हेयर कलरिंग, हेयर स्टाइलिंग प्रोडक्ट, स्मोकिंग, दवाएं, अनुवांशिक विकार आदि। बालों को झड़ने से रोकने के लिए आपने कई प्राकृतिक और घरेलू उपचार आजमाएं होंगे, पर क्या कभी योग का सहारा लिया है? योग को भी बालों के झड़ने के लिए सबसे सुरक्षित और सबसे प्रभावी प्राकृतिक उपचार माना गया है। यदि आपके बाल हद से ज्यादा गिरते हैं, तो इन तीन आसनों का अभ्यास आज से ही करना शुरू कर दें…

अधोमुख आसन
इसे बालों के विकास के लिए सबसे अच्छा योग कहा गया है। यह सिर के भागों में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है, जिससे हेयर फॉलिकल्स को पोषण मिलता है।

यूं करें अधोमुख आसन
वज्रासन में बैठकर अधोमुख शवासन में आएं। इसमें पैर की उंगुलियों को मोड़ते हुए नितंबों को ऊपर की ओर उठाइए। घुटनों को सीधा करें। इसमें आप दोनों हाथों को जमीन या चटाई पर रखें। आपकी हाथों की उंगुलियां फैली होनी चाहिए। ध्यान रहे, आपकी पीठ और भुजाएं एक सीध में हों, जबकि सिर केहुनियों के बीच में रहे। इस आसन को करते समय ऐसा लगे कि शरीर त्रिकोण के आकार में हो। इसका अभ्यास आप 10 से 15 तक मिनट कर सकते हैं।

वज्रासन
बालों के विकास के लिए यह एक सरल आसन है, जिसे लगभग हर कोई कर सकता है। इसे करने से स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। यह हेयर फॉलिकल्स में भी मदद करता है। यह आसन कब्ज से छुटकारा दिलाने में भी मदद करता है।.

यूं करें वज्रासन
घुटनों के बल बैठकर पंजों को पीछे फैलाकर एक पैर के अंगूठे को दूसरे अंगूठे पर रख दीजिए। इसी दौरान अपने नितंबों को पंजों के बीच रखिए तथा आपकी एड़ियां कूल्हों की तरफ रखिए और अंत में इस अवस्था में बैठते समय हथेलियों को घुटनों पर रखिए। लाभ प्राप्त करने के लिए वज्रासन को जितना संभव हो सके, उतने समय तक करें।

सर्वांगासन
यह आसन भी बालों की ग्रोथ और उन्हें झड़ने से रोकता है। इससे थायरॉइड ग्रंथि भी पोषित होती है। दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जो बालों के झड़ने से रोकने के लिए बहुत अच्छा उपचार है। यह गर्दन के दर्द को भी कम करता है।

यूं करें सर्वांगासन
पीठ के बल लेट जाएं। दोनों पैरों को आपस में मिलाएं। अब दोनों हाथों को जमीन पर रखें और शरीर को ढीला छोड़ दें। सांस लेते हुए धीरे-धीरे अपने पैरों को बिना मोड़े हुए ऊपर की तरफ उठाएं। जब पैर ऊपर की और उठें वैसे अपनी कमर को भी ऊपर की तरफ उठाएं। अपने पैरों और पीठ को 90 डिग्री तक उठाने का प्रयास करें। पका मुंह आकाश की तरफ हो और केहुनियां जमीन के साथ टिकी हुई हों। सुनिश्चित करें कि आपके पैर और रीढ़ सीधे हैं। गहराई से सांस लें और अपनी थायरॉइड ग्रंथि की ओर अपनी एकाग्रता बढ़ाएं।