सबसे पहले पीएम मोदी को लग सकती है कोरोना वैक्सीन , जानिए पूरा मामला…

भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन का अभी तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है और सरकार ने वक्त से पहले ही इस वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। जिसके चलते मोदी सरकार सवालों के घेरे में हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि ऐसा करना लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करना है।

 

आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता शशि थरूर, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश समेत मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और भारतीय जनता पार्टी के समर्थक और पतंजलि के मालिक बाबा रामदेव ने भी अलग अलग वजहों से कोरोना वैक्सीन लगवाने से इनकार कर दिया है।

राजद नेता तेज प्रताप यादव ने साफ तौर पर कह दिया है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले कोरोना वैक्सीन खुद को लगवा लें, उसके बाद हम भी लगवा लेंगे।

अखिलेश यादव ने यहां तक कह दिया कि भाजपा की वैक्सीन पर उन्हें यकीन नहीं है। इसलिए वह इस वैक्सीन को नहीं लगाएंगे। उन्होंने इसे राजनीतिक वैक्सीन करार देते हुए कहा कि जब हमारी सरकार बनेगी तो सबको फ्री में वैक्सीन लगाएंगे। इसी बीच लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत कांग्रेस के कई बड़े नेता वैक्सीन पर बड़े-बड़े दावे करने वाली सरकार पर सवाल खड़े कर चुके हैं।

मोदी सरकार ने कहा है कि पूरे देश में कोरोना वैक्सीन फ्री में दी जाएगी लेकिन ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इस वैक्सीन पर राजनीतिक दलों के नेताओं को यकीन नहीं है। यहां तक कि कई भाजपा नेताओं और समर्थकों ने भी कोरोनावायरस इनको लगवाने से इनकार कर दिया है।

देश में मोदी सरकार ने कोरोना महामारी के चलते दो वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। यह दो वैक्सीन हैं कोविशील्ड और कोवैक्सीन। कोरोना वैक्सीन को देशभर में लागू किए जाने के फैसले के बाद विपक्षी दलों ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है।