कोरोना लॉकडाउन में ढील देने की तैयारी कर रहा ये राज्य , 1 जून से…

इसलिए हट सकती हैं पाबंदियां  लॉकडाउन के बाद कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में तेजी से गिरावट आई है.  10 मई को संक्रमितों की संख्या 17 हजार के करीब थी.

 

वहीं अब यह संख्या साढ़े तीन हजार के करीब आ गई है. यही वजह से कि गहलोत सरकार अब मिनी अनलॉक करने जा रही है. 26 मई तक प्रदेश में 1,63,67,230 लोगों को टीका लगाया जा चुका है.

अनलॉक में ये खुल सकते हैं पहले चरण में फल सब्जी और किराना जैसी जरूरी चीजों को प्राथमिकता दी जायेगी.  जनरल स्टोर, कपड़े की दुकानें, व्हीकल रिपेयरिंग वर्कशॉप खुल सकते हैं.  किराना, खाद्य सामग्री की दुकानों के खुलने का समय बढ़ना तय.

रेस्टोरेंट्स से होम डिलीवरी की अनुमति रहेगी. खाद, बीज और एग्रीकल्चर मशीनरी से जुड़ी दुकानें और वर्कशॉप का समय बढ़ेगा. निजी वाहनों के लिए पेट्रोल-डीजल लेने का समय बढ़ेगा.  निजी वाहनों को शर्तों के साथ अनुमति संभव.  गर्मी के सीजन को देखते हुए इलेक्ट्रोनिक्स की दुकानों को खोलने की मंजूरी.  हाइवे पेट्रोल पंप, ढाबे, मोटर गैराज आदि खुल सकते हैं.

राज्य सरकार ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए पहले ‘जनअनुशासन पखवाड़ा’, फिर ‘रेड अलर्ट जनअनुशासन पखवाड़ा’ और उसके बाद 10 मई से 15 दिन का सख्त लॉकडाउन लागू किया गया था.

बाद में उसे बढ़ाते हुए 8 जून कर दिया गया. पहले फेज में एक्सपर्ट्स ने कुछ बंदिशें ही हटाने का सुझाव दिया है. इसके आधार पर ही गाइडलाइन तैयार की जा रही है.

मिनी अनलॉक इसलिए क्योंकि इस दौरान बहुत ज्यादा छूट नहीं दी जाएगी. कुछ आवश्यक छूट मिलने की संभावना जताई जा रही है. अनलॉक के इस पहले फेज में बाजार में सीमित संख्या में दुकानों को खोलने की मंजूरी मिल सकती है.

इसके साथ ही आवागमन में भी राहत मिल सकती है. गृह विभाग अनलॉक की गाइडलाइन तैयार करने में जुटा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक दो दिन में उच्चस्तरीय बैठक कर अनलॉक की गाइडलाइन को मंजूरी दे सकते हैं.

राजस्‍थान की गहलोत सरकार कोरोना केस (Corona case) घटने पर अब चरणबद्ध ढील देने की तैयारी कर रही है. जहां कोरोना के मामले कम हुए हैं, वहां सावधानी से दुकानें खोलने की अनुमति दी जा सकती है. राज्य में कम होते कोरोना संक्रमण के बीच गहलोत सरकार 1 जून से मिनी अनलॉक (Mini unlock) की शुरुआत करने जा रही है.