कोरोना के खत्म होने से पहले आई ये नयी महामारी, कौओं की हो रही मौत, अलर्ट जारी

मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में भी 70 कौओं की मौत हो चुकी है। इंदौर के डेली कॉलेज परिसर में पिछले चार दिन में 70 से ज्यादा कौओं की बर्ड फ्लू से मौत होने के बाद स्वास्थ्य विभाग का अमला सक्रिय हो गया है।

शनिवार सुबह 10 बजे से ही डेली कॉलेज के आस-पास के 5 किमी के दायरे में आने वाले घरों में सर्वे के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें पहुंच गई थीं। निगम के वार्ड नंबर 51, 52 और 54 में सर्वे के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमों के साथ सैंपलिंग टीम भी पहुंची। टीम में स्वास्थ्य विभाग के एएनएम, आशा कार्यकर्ता और सुपरवाइजर लोगों के घर- घर पहुंचकर उनके परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य के बारे में पूछ रहे थे।

बर्ड फ्लू के खतरे के बीच यह भी खबर आई है कि कुछ पक्षियों की मौत जहरीला पदार्थ खाने से हुई है। कौओं की मौत के बाद पशुपालन विभाग की टीम ने अलग-अलग स्थानों से सैंपल लिए हैं।

चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन एमएल मीणा की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि प्रदेश में बर्ड फ्लू के फैलाने वाले वायरस मिले हैं । इसे रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं ।

टाइगर रिजर्व के लिए यह सबसे खतरनाक हो सकते हैं, इसलिए इस पर विशेष ध्यान दिया जाए । प्रदेश की पशुपालन सचिव आरूषी मलिक ने इस संबंध में जिला स्तर के अधिकारियों को सजग रहने के लिए कहा है।

राजस्थान में बीते सप्ताह में प्रदेश के विभिन्न इलाकों में करीब 400 कौओं की मौत हो गई। इसको देखते हुए वन, पशुपालन और चिकित्सा विभाग सतर्क हुआ है । सरकार ने जिला कलेक्टरों को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं ।

जोधपुर जिले में सबसे अधिक 200 कौओं की मौत अब तक हो चुकी है । वहीं, झालावाड़ में 80, बारां में 70, कोटा में 30 कौओं की मौत की बात सामने आई है। सवाईमाधोपुर, नागौर व टोंक जिलों में भी कुछ कौओं की मौत हुई है। नागौर में करीब पांच दर्जन मोरों की मौत भी हुई है।

कोरोना महामारी का खतरा अभी खत्म भी नहीं हुआ है कि बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ रहा है। राजस्थान में अब लगातार बर्ड फ्लू का खतरा मंडरा रहा है। बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए राजस्थान के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। राजस्थान के सभी टाइगर रिजर्व और अन्य इलाकों में बर्ड फ्लू को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है और सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।