केरल में बाढ़ व भूस्खलन से मरने वालो की तादाद में हुई बढ़ोतरी, 72 तक पहुंचा आंकड़ा

 केरल में बाढ़  बारिश से आठ जिले बुरी तरह प्रभावित हैं. प्रदेश में बाढ़  भूस्खलन में मरने वालों को आंकड़ा 72 तक पहुंच गया है. 58 लोग अब भी लापता हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों से ढाई लाख से ज्यादा लोगों को विस्थापित कर 1640 राहत शिविरों में रखा गया है. सीएम पिनरई विजयन ने अधिकारियों के साथ मीटिंग के बाद बताया कि प्रदेशमें 2500 से ज्यादा घर पूरी तरह बर्बाद हो चुके हैं.

राज्यसरकार के मुताबिक, 8 अगस्त से लगातार जारी बारिश  बाढ़ में 72 लोग जान गंवा चुके हैं. भारी बारिश के चलते करीब 100 जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं हुईं. रविवार शाम तक मलप्पुरम में 23, कोझिकोड में 17  वायनाड में 12  मृत शरीर बरामद हुए. पलक्कड़ जिले के करीब 10 आदिवासी इलाके का सम्पर्क टूटने से सैकड़ों लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं. केरल में रेलवे ट्रैक पर पेड़  चट्टान गिरने की वजह से ट्रैफिक पर प्रभाव पड़ा है.

निलांबुर में 50 लोग अभी मलबे में दफन
कांग्रेस नेता राहुल गांधी बाढ़ का जायजा लेने के लिए अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड पहुंचे हैं. रविवार को उन्होंने मलप्पुरम के निलांबुर का दौरा किया. यहां 8 अगस्त भूस्खलन के बाद 35 घर दब गए. चश्मदीदों का दावा है कि यहां कम से कम 65 लोग जिंदा दफन हो चुके हैं. एनडीआरएफ रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. निलांबुर में अब तक 11 लोगों के मृत शरीरमलबे से निकाले गए हैं. अधिकारियों के मुताबिक, 50 लोगों के मलबे में दबे होने की संभावना है.