कृष्णा पुनिया ने राजनीति के मैदान में हासिल की जोरदार सफलता

एथलेटिक्स के डिस्कस थ्रो इवेंट में भारत के लिए कॉमनवेल्थ गेम्स का सोना जीतने वाली कृष्णा पुनिया ने राजनीति के मैदान में भी जोरदार सफलता हासिल की है. राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में कृष्णा पुनिया ने कांग्रेस के टिकट पर सादुलपुर सीट से बड़ी जीत दर्ज की. 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में सोना जीत चुकी पुनिया ने अपने निकटतम प्रतिद्वन्दी को 18000 मतों से हराया. राजनीति के खेल में 2013 की असफलता के बाद ये उनकी पहली जीत है.

भारतीय राजनीति में सफल एथलीट

हालांकि, भारतीय राजनीति में कदम रखने और सफलता हासिल करने वाली कृष्णा पुनिया पहली भारतीय एथलीट नहीं हैं. ये सिलसिला दरअसल ओलंपियन असलम शेर खान के वक्त से ही जारी है.

असमल शेर खान

ओलंपियन असलम शेर खान, साल 1975 में हॉकी वर्ल्ड कप का सोना जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रहे थे. 1984 में मध्यप्रदेश के बेतूल सीट से उन्होंने लोकसभा का चुनाव जीता था. हालांकि, 1989 में उन्हें ये सीट गंवानी पड़ी थी लेकिन 1991 वो इस सीट से दोबारा चुने गए थे.

ज्योतिर्मयी सिकदर

1998 बैंकॉक एशियन गेम्स में 2 गोल्ड मेडल जीतकर धमाका करने वाली भारत की मध्यम दूरी की धावक सिकदर ने 2004 में पश्चिम बंगाल के कृष्णा नगर सीट से लोकसभा का चुनाव जीता था. CPI-M के टिकट पर सिकदर ने BJP के प्रत्याशी और यूनियन कैमिकल एंड फर्टिलाइजर मिनिस्टर सत्यब्रत मुखर्जी को 14000 वोटों से हराया था.

कीर्ति आजाद

साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भारत के पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने BJP के टिकट पर बिहार के दरभंगा सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. ये तीसरी बार था जब वो इस सीट से जीत दर्ज करने में कामयाब रहे थे. इससे पहले वो दरभंगा सीट से 1999 और 2009 में भी चुनाव जीत चुके थे.

राज्यवर्धन सिंह राठौर

साल 2014 में ओलंपिक मेडलिस्ट राज्यवर्धन सिंह राठौर ने BJP के टिकट पर लोकसभा का चुनाव जीता और मोदी सरकार में भारत के खेल मंत्री बने. भारत के पूर्व डबल ट्रैप शूटर रहे राठौर ने जयपुर (रूरल) सीट से चुनाव लड़ते हुए AICC के जनरल सेक्रेटरी सीपी जोशी को 3 लाख से भी ज्यादा वोटों से शिकस्त दी थी.