किसान आंदोलन में शामिल होने वाले नेताओं को UP पुलिस ने भेजा ये, जान लीजिए आप भी वरना…

शिवसेना सदस्य ने आरोप लगाया कि सरकार सवाल पूछने वाले को देशद्रोही बताने लगती है। उन्होंने कहा कि लोकसभा सदस्य शशि थरूर सहित कई लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है।

राउत ने 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर हुयी घटना और राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का जिक्र करते कहा ‘वह दुखद घटना है। लेकिन इस मामले में असली आरोपियों को नहीं पकड़ा गया है और निर्दोष किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

वहीं इस पूरे मुद्दे पर एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट अमित कुमार का कहना है कि इन नोटिसों को किसान आंदोलन से कोई मतलब नहीं हैं। वह कहते हैं कि प्रदेश में जल्द ही पंचायत चुनाव होने वाले हैं।

ऐसे में यह नोटिस व्यवस्था बनाए रखने के लिए जारी किए जा रहे हैं। और अभी 700 और लोगों को इस तरह के नोटिस जारी किए जाएंगे। बता दें वीरपाल सिंह को इससे पहले दिल्ली पुलिस की तरफ से भी नोटिस मिला था। जिसमें उनसे दिल्ली के लालकिले पर हुई हिंसा के लिए जवाब मांगा गया था।

बता दें राष्ट्रीय लोकदल के पूर्व नेता वीरपाल सिंह राठी ने कहा है कि प्रशासन ने उनके साथ-साथ करीब 200 किसानों को नोटिस भेजे हैं। यह नोटिस 2-2 लाख रुपए के हैं।

सरकार ऐसा इसलिए कर रही है ताकि किसानों को आंदोलन में शामिल होने से रोक जा सके। मुझे 30 जनवरी को नोटिस मिला था। उन्होंने जब जिलाधिकारी से इस पर बात करने की कोशिश की तो उन्होंने इस तरह की किसी भी जानकारी से मना कर दिया।

उत्तरप्रदेश (Uttarpradesh) के संभल और सीतापुर (Sitapur) जिले में महापंचायत के बाद उत्तरप्रदेश पुलिस ने बागपत के पंचायत में शामिल होने वाले किसानों को नोटिस भेजा गया है।

बता दें यूपी सरकार ने पंचायत की अगुवाई करने वाले नेताओं को 2-2 लाख रुपए के मुचलका भरने का नोटिस दिया गया है। प्रशासन ने कहा है कि यह मुचलके पंचायत में शांति स्थापित करने के लिए भरे जा रहे हैं। ताकि अगर किसी तरह की सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हो तो उसे इन नेताओं से वसूला जा सके।