कड़ाके की ठंड में जन्मी बेटी को मां-बाप ने कम्बल में लपेटकर फेका

राजस्थान के मैनचेस्टर भीलवाड़ा जिला मुख्यालय स्थित महात्मा गांधी अस्पताल के पालना घर में एक नवजात बच्ची लावारिस हालत में मिली है। एक दिन की इस बेटी को कोई कम्बल में लपेटकर यहां छोड़ गया। कड़ाके की सर्दी में बेटी को इस हाल में छोड़ने वालों का दिल तक नहीं पसीजा, लेकिन जब अस्पताल स्टाफ को इस बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत बच्ची तो एआईसीयू में भर्ती करवाया। अभी तक बच्ची की हालत स्थित बनी हुई है।

चिकित्सकों की मानें तो बच्ची का पूरा शरीर ठंडा पड़ा हुआ था और संभावना है कि ठंड की वजह से ही उसकी हालत ज्यादा बिगड़ गई। बच्ची को उसके अपने ही महज एक टी-शर्ट और बेबी पेंट पहनाकर छोड़ गए। फिलहाल बच्ची को यहां छोड़ने वालों का पता नहीं चल पाया है। चिकित्सकों के अनुसार एक से तीन साल तक के बच्चों का शरीर ठंड को सहन करने लायक नहीं होता है। ऐसे बच्चों को कम से कम 25 से 28 डिग्री का तापमान चाहिए होता है। अन्यथा वे बीमार हो सकते हैं।

डॉ. सरिता काबरा का कहना है कि पालना घर में मिली नवजात बेटी के शरीर पर खून लगा था, जिससे यह प्रतीत होता है कि डिलेवरी 24 घंटे के अंदर हुई है। बच्ची को सांस लेने में परेशानी हो रही है, जिससे इसकी हालत गंभीर बनी हुई है। इस संबंध में बाल कल्याण समिति व पुलिस को भी सूचना दी गई है। नवजात बालिका का उपचार किया जा रहा है। बाल बल्याण समिति की अध्यक्ष डाॅ. सुमन त्रिवेदी का कहना है कि कड़ाके की ठण्ड के चलते बच्ची की हालत बिगड़ गई है। जल्द उसके स्वस्थ होने की कामना के साथ ही समिति ने बच्ची को ‘दिशा’ नाम दिया है। ताकि आने वाले समय में उसकी जिन्दगी को नई दिशा मिल सके।