कर्ज बोझ तले दबी कंपनी एस्सार स्टील के फंसे कर्ज की वसूली के लिये 15,000 करोड़ रुपये से अधिक के एनपीए को बेचने की योजना बनाई है। बैंक द्वारा जारी एक एडवरटाईजमेंट में बोला गया है, ‘‘भारतीय स्टेट बैंक 15,431.44 करोड़ रुपये के बकाये वाली अपनी गैर- निष्पादित वित्तीय संपत्ति (एनपीए) की प्रस्तावित बिक्री के लिये बैंकों, संपत्ति पुनर्गठन कंपनियों, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों व वित्तीय संस्थानों से रूचि लेटर आमंत्रित करता है। ’’स्टेट बैंक ने एस्सार स्टील इंडिया से अपने फंसे कर्ज की वसूली के लिये आरक्षित मूल्य 9,587.64 करोड़ रुपये रखा है।
स्टेट बैंक ने बोला है कि फंसे कर्ज की वसूली के लिये निवारण योजना को मंजूरी दी जा चुकी है। इसे राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) अहमदाबाद में दाखिल कर दिया गया। इसके मुताबिक बैंक के लिये न्यूनतम वसूली 11,313.42 करोड़ रुपये रखी गई है।
विज्ञापन में बोला गया है कि एनपीए खाते की बिक्री 30 जनवरी को ई- नीलामी के जरिये होगी। इससे पहले पिछले वर्ष सितंबर में स्टेट बैंक ने एस्सार स्टील के कर्ज की संपत्ति पुनर्गठन कंपनियों को होने वाली बिक्री को वापस ले लिया था। यह कदम एनसीएलएटी द्वारा कर्जदाता बैंकों को न्युमेटल व खनन एरिया कंपनी वेदांता की दूसरे दौर की बोली पर विचार करने को बोला था।
एस्सार स्टील की गुजरात में एक करोड़ टन क्षमता की इस्पात मिल है। कंपनी पर स्टेट बैंक के नेतृत्व वाले बैंकों के समूह का 49,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। कंपनी दिवाला प्रक्रिया के तहत है। एनसीएलटी की अहमदाबाद पीठ ने पिछले हफ्ते कंपनी के मामले में एस्सार स्टील एशिया होल्डिंग्स की बोली की स्वीकार्यता को लेकर अपना निर्णय सुरक्षित रखा है।