एशिया के कुछ देशों ने हाई स्पीड ट्रेन 18 में दिखाई दिलचस्पी

भारत में निर्मित सेमी हाई स्पीड ट्रेन 18 में पेरू, इंडोनेशिया, सिंगापुर और मलयेशिया के अलावा मध्य एशिया के कुछ देशों ने दिलचस्पी दिखाई है। रेलवे बोर्ड के सदस्य (रोलिंग स्टॉक) राजेश अग्रवाल ने बताया, ‘कई देश ट्रेन 18 से काफी प्रभावित हुए हैं और उन्होंने इसे खरीदने की इच्छा जाहिर की है। यह रेलवे के लिए गर्व की बात है।

दुनियाभर में रोलिंग स्टॉक बाजार लगभग 200 अरब डालर का है और हम इसमें एक महत्वपूर्ण हिस्सेदारी चाहते हैं। फिलहाल हमारा पूरा ध्यान अभी इस ट्रेन को सफलतापूर्वक चलाने पर है।’ ट्रेन 18 मेक इन इंडिया के तहत भारत में तैयार की गई है और इसे बनाने में 100 करोड़ रुपये का खर्च आया है। ट्रेन सेट्स बनाने की यह तकनीक दुनिया में सबसे सस्ती है, इसलिए कई देश इसे खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

सूत्रों ने बताया कि भारत सेमी-हाई स्पीड क्लब में शामिल होने वाला नवीनतम सदस्य है और वह फरवरी में अंतर्राष्ट्रीय हाई स्पीड रेल एसोसिएशन सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. रेलवे को उम्मीद है कि इस आयोजन में वह ट्रेन 18 के जरिए अपनी विनिर्माण क्षमताओं को पेश कर सकता है.