मोदी सरकार 2.0 ने अपना पहला बजट (Union Budget 2019) पेश कर दिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बजट सम्बोधन दिया। सरकार ने इस बार गरीबों-किसानों के लिए बड़े ऐलान किए हैं।
वहीं, करोड़पति कारोबारियों पर कर का बोझ बढ़ा दिया है, जबकि मिडिल क्लास को राहत दी है। आम बजट पेश होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीने बोला कि ये देश को समृद्ध व जन-जन को समर्थ बनाने वाला बजट है। इस बजट से गरीब को बल मिलेगा व युवा को बेहतर कल मिलेगा।
प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बोला कि इस बजट के माध्यम से मध्यम वर्ग को प्रगति मिलेगी। विकास की गति को गति मिलेगी। इस बजट से कर व्यवस्था में सरलीकरण होगा, इन्फ्रास्ट्रक्चर का आधुनिकीकरण होगा। उन्होंने बोला कि यह बजट 21वीं सदी की आकांक्षाओं को पूरा करने वाला है। इससे विकास की गति तेज होगी।
देश को विश्वास दिलाने वाला बजट
प्रधानमंत्री ने आगे बोला कि यह बजट देश को विश्वास दे रहा है कि दिशा व गति ठीक है, तो लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उन्होंने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, सोलर सेक्टर पर बजट में विशेष बल दिया गया है। इसमें पर्यावरण का ख्याल रखा गया है। यह बजट स्थायी विकास को ध्यान में रखते हुए पेश किया गया है।
आर्थिक जगत में रिफॉर्म जरूरी
पीएम मोदी ने बोला कि इस बजट में आर्थिक जगत के रिफॉर्म भी हैं। आम नागरिक के लिए ईज ऑफ लिविंग भी है व साथ ही गांव व गरीब का कल्याण भी है।
निर्मला सीतारमण ने तोड़ी परंपरा
आम बजट का नाम इस बार बदल गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बार लाल ब्रीफकेस की स्थान लाल बहीखाते के साथ नज़र आईं। अपने सम्बोधन में वह इसे आम बजट को ‘देश का बहीखाता’ कहा। नरेन्द्र मोदी सरकार का मानना है कि ये पश्चिमी संस्कृति से बाहर आकर देश की पुरानी परंपराओं से जुड़ने की आरंभ है। बैग का लाल रंग भारतीय परंपराओं के हिसाब से शगुन का प्रतीक है।