इस दौरान बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे व गवर्नमेंट के विरूद्ध निकाली रैली

गिलिगित बाल्टिस्तान के हुंजा इलाके में बुधवार को भारी संख्या में लोगों ने मूलभूत  संवैधानिक अधिकारों की मांग को लेकर प्रदर्शन किया इस दौरान बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे  गवर्नमेंट के विरूद्ध रैली निकाली इस दौरान लोगों जीना होगा मरना होगा, मरना होगा, करना होगा के नारे लगाए

सड़कों पर उतरे लोगों ने प्रदर्शन के दौरान गवर्नमेंट से अपने हक  आजादी की मांग की देखिए प्रदर्शनकारियों की नारेबाजी का वीडियो

विवादित भूभाग है गिलिगित बाल्टिस्तान
उल्लेखनीय है कि भारत-पाकिस्तान के बीच सिर्फ जम्मू व कश्मीर का भू-भाग ही नहीं बल्कि गिलिगित बाल्टिस्तानका मुद्दा भी बहुत ज्यादा संवेदनशील है दोनों ही मुल्क गिलिगित बाल्टिस्तान को अपना-अपना भाग बताते हैं हालांकि जब भी इस एरिया में प्रदर्शन होता है तो लोकल लोग पाक के विरूद्ध नारेबाजी करते हुए नजर आते हैं

अप्रैल 1949 तक गिलगित-बाल्टिस्तान पाक के कब्जे वाले कश्मीर का भाग माना जाता रहा लेकिन 28 अप्रैल 1949 को पाक के कब्जे वाले कश्मीर की गवर्नमेंट के बीच कराची समझौता हुआ, जिसके तहत गिलगित के मामलों को सीधे पाक की केंद्र गवर्नमेंट के मातहत कर दिया गया खास बात ये है कि इस समझौते में इलाके का कोई भी नेता शामिल नहीं था

पाकिस्तान घोषित करेगा पांचवां प्रांत!
बता दें कि गिलगित-बाल्टिस्तान एरिया मामले पर पाक के पीएम इमरान खान ने औपराचिक मीटिंग बुलाई थी कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही आधिकारिक तौर पर पाक की ओर से गिलगित-बाल्टिस्तान को पांचवां प्रांत घोषित किया जा सकता है वर्तमान समय में पाक गवर्नमेंट की ओर से गिलगित-बाल्टिस्तान एरिया के लीगल स्टेटस की समीक्षा के लिए एक कमिटी गठित की गई है माना जा रहा है कि लीगल स्टेटस की समीक्षा होने के बाद पाक गिलगित-बाल्टिस्तान को पांचवां प्रांत घोषित कर सकता है