56 साल के युवक ने एक दिन में कमाए 17 बिलियन डॉलर , जानिए कैसे…

साल 2019 में गिरफ्तार होने के बाद अल चापो अब अमेरिकी जेल में है. सि चि लॉप ड्रग्स की तस्करी के लिए बाकायदा एक कंपनी बनाकर काम करता है, जिसका नाम है ‘द कंपनी’. लॉप के गुर्गे म्यांमार में जंगलों के बीच फैक्ट्रियां लगाकर सिंथेटिक ड्रग्स तैयार करते हैं, और फिर उसकी तस्करी करके अलग अलग देशों और इलाकों के ड्रग डीलर्स के पास पहुंचाते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक सि चि लॉप के लोग म्यांमार में नशीले पदार्थ तैयार करके बैंकाक से लेकर जापान और ऑस्ट्रेलिया तक पहुंचा रहे हैं.

ऑस्ट्रलियाई पुलिस ने इस बात को खुद माना है कि ऑस्ट्रेलिया में पहुंच रही ड्रग्स का 70 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा लॉप की कंपनी के जरिए ही पहुंचता है. इसी वजह से ऑस्ट्रेलिया की पुलिस ने लॉप को पकड़ने का अभियान चला रखा था, और अब जाकर ये नशे का कुख्यात कारोबारी पुलिस की गिरफ्त में आया है.

दुनिया के सबसे बड़े ड्रग माफिया में से एक सि चि लॉप (Tse Chi Lop) को एम्सटर्डम में गिरफ्तार कर लिया गया है. बताया जाता है कि चीनी मूल के इस कुख्यात ड्रग डीलर लॉप की कंपनी सिर्फ एशिया में ही हर साल तकरीबन 70 बिलियन डॉलर का काला कारोबार करती है. शुक्रवार को एम्सटर्डम एयरपोर्ट पर ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने अपने अंतर्राष्ट्रीय अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए इस ड्रग डीलर को गिरफ्तार किया है. Australian Federal Police को इसके बारे में खुफिया सूचना मिली थी. इस 56 साल के बड़े ड्रग माफिया के पुलिस की गिरफ्त में आने से उम्मीद की जा रही है कि इंटरनेशनल लेवल पर ड्रग तस्करी का धंधा कमजोर हो जाएगा.

सि चि लॉप की तुलना दुनिया के सबसे बड़े तस्कर मैक्सिकन गैंगस्टर अल चापो (El Chapo) से की जाती है. अल चापो को ड्रग तस्करी के मामले में दुनिया का सबसे कुख्यात माफिया माना जाता है.

नशे के इस तस्कर के पास कितनी दौलत है, इसका अनुमान तो नहीं लगाया जा सका, एक रिपोर्ट में बताया गया था कि सिर्फ मेथैंफेटामाइन (Methamphetamine) नाम की ड्रग की बिक्री से ही लॉप एक साल में 17 बिलियन डॉलर की कमाई करता था. कई देशों के कैसिनो में भी ‘सि चि लॉप’ की कंपनी का राज चलता था. Southeast Asia में जहां कैसिनो में ज्यादा सख्ती नहीं है. ऐसे इलाकों में लॉप के ड्रग्स कैसिनो भी जाते थे.