आसमान छू रहे हवाई किराए पर काबू पाने के लिए सभी विमानन कंपनियों की बुलाई बैठक

नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने आसमान छू रहे हवाई किराए पर काबू पाने के लिए सभी विमानन कंपनियों की मंगलवार को बैठक बुलाई है। जेट एयरवेज और स्पाइस जेट के दर्जनों विमान जमीन पर खड़े होने से पिछले कुछ दिनों में सैकड़ों उड़ानें रद्द हो चुकी हैं। इससे न सिर्फ यात्रियों को परेशानी हुई, बल्कि किराए में भी इजाफा हुआ है।

नागरिक उड्डयन निदेशालय के अधिकारी ने बताया कि नकदी समस्या से जूझ रही जेट एयरवेज का संचालन दिनोंदिन बिगड़ता जा रहा है। विमानन कंपनी ने सोमवार को भी चार और विमान खड़े किए जाने की जानकारी दी है। अब तक उसके 41 विमान किराया न चुकाने के चलते खड़े कर लिए गए हैं। इसके अलावा गत 13 मार्च को इथोपिया विमान दुर्घटना के बाद स्पाइस जेट के 12 मैक्स एयरक्राफ्ट के उड़ान भरने पर पाबंदी लगा दी गई। इस तरह 50 से ज्यादा विमान इस समय उड़ान नहीं भर पा रहे, जिससे सैकड़ों उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और किराया बढ़ता गया।

एतिहाद एयरपोर्ट सर्विसेज ने जानकारी दी है कि संचालन कारणों से जेट एयरवेज की अबुधाबी के लिए सभी उड़ानें 18 मार्च से रद्द कर दी गई हैं। कंपनी के चेयरमैन नरेश गोयल ने पिछले 8 मार्च को साझेदार कंपनी एतिहाद एयरवेज समूह के सीईओ को पत्र लिखकर 750 करोड़ मांगे थे और मदद न मिलने पर उड़ानें रद्द किए जाने की बात कही थी। जेट एयरवेज ने कहा है कि वह मंगलवार को डिबेंचर धारकों को ब्याज की रकम नहीं चुका सकती है। यह दूसरी बार है जब एयरलाइन विदेशी कर्ज का ब्याज अदा करने में चूक कर रही है।

इससे पहले 2 जनवरी को भी किस्त चुकाने में चूक की थी। शेयर बाजार को दी जानकारी में विमानन कंपनी ने कहा कि उसके पास नकदी की कमी होने से 19 मार्च को ब्याज की रकम नहीं दे सकती है। कंपनी के पास पायलट और कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भी पैसे नहीं हैं, जिससे संचालन कार्य लगातार ठप होता जा रहा है। तेल कंपनियों ने 1 मार्च को ही एयर टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) के दाम में 8.15 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी थी। इससे दिल्ली में एटीएफ कीमतें 4,734 रुपये बढ़कर 62,795 रुपये प्रति किलोलीटर हो गईं। ईंधन महंगा होने का सीधा असर विमान किराये पर पड़ा और त्योहारों के चलते यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी।